डॉ.दीपक अग्रवाल की विशेष वार्ता
अमरोहा। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल के शिक्षक काले सिंह के बेटे अवनीश कुमार का दिल्ली न्यायिक सेवा चयन होने से जिले का गौरव बढ़ा है। ग्रामीण परिवेश से निकल कर सफलता हासिल करने वाले अवनीश का मानना है कि लगन से मंजिल अवश्य मिलती है।
दिल्ली से अमरोहा आने पर सनशाइन न्यूज के संपादक डॉ.दीपक अग्रवाल ने अवनीश से उनके संघर्ष को लेकर वार्ता की। पेश हैं वार्ता के प्रमुख अंशः
उन्होंने ने बताया कि उनका जन्म 16 जुलाई 1990 को नौगावां सादात के गांव अलीपुर कलां में हुआ। उनके पिता श्री काले सिंह उच्च प्राथमिक विद्यालय नौगावां तगा में सहायक अध्यापक हैं। माता श्रीमती वेदवति देवी गृहणी हैं। छोटा भाई रजनीश धारीवाल लिटिल स्कालर्स एकेडमी में कक्षा 10 का छात्र है।
शिक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कक्षा 5 तक की शिक्षा अलीपुर कला के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल से पास की। कक्षा 6 जवाहर नवोदय विद्यालय बुढ़नपुर से किया। उसके बाद कक्षा 7 व 8 की पढ़ाई शास्त्री स्मारक जूनियर हाईस्कूल खंडसाल कलां से पास की। कक्षा 10 व 12 की परीक्षा राणा सिंह मेमोरियल इंटर कालेज खंडसाल कलां से पास की। हाईस्कूल में 64 व इंटर में 65 फीसदी अंक हासिल किए।
उन्होंने बताया कि उसके बाद वह बीए एलएलबी करने डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ कालेज लखनऊ गए। वर्ष 2013 में बीए एलएलबी की परीक्षा 75 फीसदी अंकों से पास की। उसके बाद साउथ एशियन विश्वविद्यालय नई दिल्ली से एलएलएम की परीक्षा 2015 में 60 फीसदी अंकों से पास की।
एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि वर्ष 2015 में दिल्ली न्यायिक सेवा की परीक्षा के लिए आवेदन किया। दिसंबर 2015 में प्री परीक्षा हुई। जुलाई 2016 में मेन एग्जाम हुआ। इस परीक्षा का रिजल्ट अक्टूबर 2017 में घोषित हुआ। पहले एटैम्प में ही चयन हो गया।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों की प्रेरणा को दिया। बताया कि शिक्षक बनने से पहले उनके पिता वकालत करते थे। वह मानते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र के अभ्यर्थियांं को अंग्रेजी भाषा परेशान करती है। दूसरे किसी भी प्रतियोगिता में सफलता के लिए जीके का मजबूत होना जरूरी है। अच्छे परिवेश का चयन, दृढ़ आत्मविश्वास, लक्ष्य का निर्धारण, नियमित दिनचर्या और नियमित पढ़ाई सफलता के मंत्र हैं।