डॉ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत आयोजित दस दिवसीय हिंदी शिक्षक प्रशिक्षण के समापन पर जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने कहा कि शिक्षकों निरंतर अध्ययन की आदत को बनाए रखना चाहिए और विषय को रुचिकर बनाकर शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाएं। इसके लिए टीएलएम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
रमसा के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज अमरोहा में तेईस जनवरी से दस दिवसीय हिंदी शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था, जोकि शुक्रवार को संपन्न हो गया। इस मौके पर जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने कहा कि शिक्षक नई-नई चीजें पढ़कर अपने शिक्षण को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
टीएलएम का प्रयोग करें
इसके साथ ही शिक्षक को अपने विषय को रुचिकर बनाना भी अहम पहलू होता है। इसके लिए टीचिंग लर्निंग मटेरियल (टीएलएम) महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में शिक्षकों को शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाने के लिए टीएलएम का प्रयोग करना चाहिए। इसके माध्यम से कराया गया शिक्षण कार्य अधिक प्रभावी और ग्राह्य होता है।
प्रशिक्षण से निखरती प्रतिभा
राजकीय इंटर कॉलेज अमरोहा के प्रधानाचार्य खुरशीद हैदर जैदी ने कहा कि प्रशिक्षण शिक्षकों को एक दूसरे के अनुभव एवं बेहतर तरीकों के आदान-प्रदान का एक बेहतर माध्यम है और प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षण को बेहतर बनाने के नए-नए तौर तरीकों का आदान-प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदी विषय एक ऐसा विषय है, जो हमारी मातृभाषा होने के साथ हमारे बोलने के कारण हमारे व्यक्तित्व पर भी प्रभाव डालता है।
हिंदी विषय की शैक्षिक गुणवत्ता में बदलाव आएगा
प्रशिक्षण प्रभारी मरगूब हुसैन ने कहा कि प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वाले शिक्षकों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए एक दूसरे के बेहतर शिक्षण विचारों का आदान प्रदान किया है, यह प्रशंसनीय है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि प्रशिक्षण के उपरांत सभी शिक्षकों के शिक्षण कार्यों में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा और विद्यालयों में हिंदी विषय की शैक्षिक गुणवत्ता में बदलाव आएगा, जोकि शासन की मंशा और प्राथमिकता है।
हिंदी में बेहतर अंक के फंडे दिए
मास्टर ट्रेनर वीरेंद्र कुमार शुक्ल एवं अनूप कुमार द्विवेदी ने प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षण का सारांश सब के सम्मुख रखते हुए बताया कि किस प्रकार हिंदी विषय में छात्र-छात्राओं को बेहतर अंक दिलाए जा सकते हैं और उनके ज्ञान में वृद्धि की जा सकती है।
इस मौके पर प्रतिभागी शिक्षकों ने प्रशिक्षण के बारे में अपने अपने विचार भी रखे। सभी प्रतिभागी शिक्षकों को डीआईओएस द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए।