डॉ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। मुख्य विकास अधिकारी चन्द्रपाल सिंह की अध्यक्षता में जिला सूचना विज्ञान केंद्र के तकनीकि निदेशक नलिन कौशिक ने ई-आफिस प्रणाली के अन्तर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में उन्होने
बताया कि मुख्य विकास अधिकारी अमरोहा को ई-आफिस प्रणाली का नोडल अधिकारी बनाया गया है और मुख्य कोषाधिकारी अमरोहा को सुपर यूज़र नामित किया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी चन्द्रपाल सिंह ने बताया कि सभी कार्यालयों में ई-आफिस प्रणाली को लागू किया जाना प्रस्तावित है। ई-आफिस प्रणाली को पहले जनपद स्तरीय कार्यालयों में लागू किया जायेगा, तत्पश्चात् ई-आफिस प्रणाली को तहसील एवं विकास खण्ड स्तर पर लागू किया जायेगा। उन्होने कहा कि ई-आफिस प्रणाली हेतु संबंधित अधिकारी/कर्मचारी के डिजिटल सिग्नेचर आवश्यक है इसलिए सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने सभी कार्मिको का डिजिटल सिग्नेचर बनवा लें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें।
सभी कार्यालयों में कंप्यूटर सामग्री जरूरी
उन्होने बताया कि जिनके पास पहले से डिजिटल सिग्नेचर है, उन्हें नही बनवाना है पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अपने विभाग का विभागाध्यक्ष ही अपने विभाग का नोडल अधिकारी होगा। इस प्रणाली में केवल सरकारी अधिकारी/कर्मचारी ही पटल सहायक होगा, जो फाइलों का जवाब दे सके जैसे-क0लेखा लिपिक, लेखाकार आदि। पुलिस, लेखपाल, ड्राफ्टमैन, कार्टोग्राफर, संविदाकर्मी, मानदेय कर्मी, निगम आदि इस प्रणाली के अन्तर्गत नहीं आयेगें। प्रत्येक अधिकारी/कर्मचारी के पास प्रिंटर, स्कैनर या अन्य कम्प्यूटर सामाग्री अवश्य होनी चाहिए।
438 अधिकारियों/कर्मचारियों के डिजिटल सिग्नेचर बनेंगे
जिला सूचना विज्ञान केंद्र के तकनीकि निदेशक नलिन कौशिक ने बताया कि जनपद में ई-आफिस प्रणाली में सम्मिलित 102 अधिकारियों /कर्मचारियों के डिजिटल सिग्नेचर पूर्व में ही बने हुए है। जिसमें 438 अधिकारियों/कर्मचारियों के डिजिटल सिग्नेचर बनने अवशेष है।
प्रशिक्षण में मौजूद रहे
प्रशिक्षण में अपर जिलाधिकारी एमएअंसारी, मुख्य चिकित्साधिकारी रमेश कुमार सिंह, जिला पंचायज राज अधिकारी देवेन्द्र कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी और कलेक्ट्रेट परिसर के लेखा लिपिक उपस्थित थे।