डाॅ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। मौसम विभाग ने 9 मई तक आंधी-तूफान और बारिश आने का अलर्ट जारी किया है। अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच हो गई तो स्कूल और कालेजों में बच्चों का क्या होगा। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। बच्चोें के साथ हुई अनहोनी की भरपाई संभव नहीं होगी।
जिलाधिकारी हेमंत कुमार ने जनपदवासियों को सचेत किया है कि सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत आंधी/तूफान के समय वाहन न चलाये। वाहन को किसी सुरक्षित स्थान पर खड़ा करें। किसी पेड़, विद्युत खम्भे, होर्डिंग्स, स्वयं या अपने पड़ौसी के कच्चे-जर्जर मकान/इमारत/दीवार से तत्काल दूर सुरक्षित खुले स्थानपर चले जायें।
अब प्रश्न यह उठता है कि अगर स्कूल समय में आंधी/तूफान/भारी बारिश हो गई तो बच्चों का क्या होगा। इसकी चिंता शिक्षकांे को है, लेकिन उनकी विवश्ता यह है कि वह अपनी पीड़ा किससे कहें। अगर वह स्कूलों की छुट्टी की मांग करते हैं तो अधिकारियों को अच्छा नहीं लगता है। सामाजिक संगठन अभी जागरूक नहीं हैं।
यहां तो शासन स्तर से निणर्य की जरूरत है। वरना शासन के प्रतिनिधि जिलाधिकारी को निर्णय लेना चाहिए। अगर कहीं कोई हादसा हो गया तो जिम्मेदारी और जवाबदेही जिलाधिकारी की ही होगी।