डॉ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा/जोया। जोया की खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती अमरेश ने कहा कि बालिकाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अपने अधिकारों के प्रति भी जागरूक होना चाहिए।
27 जुलाई को जोया के ब्लाक संसाधन केंद्र नारंगपुर में दो दिवसीय मीना मंच सुगमकर्ता प्रशिक्षण का समापन हुआ। इसमें बीईओ श्रीमती अमरेश ने ब्लाक के स्कूलों के शिक्षकों को बालिका शिक्षा के उन्मुखीकरण और दैनिक जीवन को सुगम व सुरक्षित बनाने के टिप्स दिए। उन्होंने सभी प्रतिभागियां को मीना मंच कार्यक्रम को सभी स्कूलों में अक्षरशः लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही समय पालन, नामांकन वृद्धि और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी चेताया।
जिज्ञासाओं की अभिव्यक्ति जरूरी
प्रशिक्षण में प्रादेशिक पुरस्कार विजेता संदर्भदाता मीनू पंवार और सोनम ने बालिकाओं में जीवन कौशल, अंधविश्वास, नशा, बाल विवाह, बालश्रम, प्राकृतिक आपदाओं, जिज्ञासाओं की अभिव्यक्ति, स्वच्छता और स्वास्थ्य आदि बिंदुओं पर रोशनी डाली।
मीना मंच संचालन में अग्रणी भूमिका निभाए
डीसी बालिका शिक्षा प्रशांत गुप्ता ने कहा कि बीते साल बी पावर कार्यक्रम में जोया ब्लाक के स्कूलों ने सर्वाधिक भागेदारी की थी। लखनऊ से आयी टीम ने भी स्कूलों की प्रशंसा की थी। उन्होंने आशा जताई कि इस साल भी जोया ब्लाक मीना मंच संचालन में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
गतिविधियों के प्रति अधिक से अधिक प्रेरित करें
जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विकास चौहान ने कहा कि बालिकाओं को मीना मंच की गतिविधियों के प्रति अधिक से अधिक प्रेरित किया जाना चाहिए।
प्रशिक्षण को सफल बनाने पर जोर
वरिष्ठ एबीआरसी सतेंद्र सिंह ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए मीना मंच और अरमान जीवन कौशल प्रशिक्षण को सफल बनाने पर जोर दिया।
इस मौके पर एबीआरसी धर्मपाल सिंह, सुभाष सिंह, सुरेश सिंह समेत उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षिकाएं मौजूद थे।