डाॅ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। जेएस हिन्दू (पीजी) काॅलेज में अखिल भारतीय साहित्य परिषद तथा हिन्दी विभाग के तत्वावधान में आयोजित काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह में हिन्दी विभाग की पूर्व अध्यक्षा तथा पूर्व प्राचार्या डाॅ. वन्दना रानी गुप्ता का अभिनन्दन किया गया।
साहित्य समाज का नियामकः अक्षय
इस मौके पर परिषद के प्रान्तीय महामंत्री अक्षय प्रताप सिंह ‘अक्षय’ ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं उसका नियामक भी है। साहित्य के मूल में मानव कल्याण है।
शिष्यों की पाती गुरु के नाम पत्रिका का विमोचन
इस मौके पर डाॅ. वन्दना रानी को समर्पित ‘शिष्यों की पाती गुरु के नाम’ शीर्षक से एक हस्तलिखित पत्रिका का विमोचन भी किया गया। इस पाती में महाविद्यालय के पूर्व छात्र/छात्राएं जो आज देश के विभिन्न अंचलों में कार्यरत् हैं, के संस्मरणों को संकलित किया गया है।
भुवनेश की काश्मीर कविता ने समां बांधा
काव्य गोष्ठी में विशेष अतिथि के रूप में पधारे भुवनेश शर्मा ‘भुवन’ की काश्मीर शीर्षक से प्रस्तुत रचना की सभी ने सराहना की। उन्होंने नवोदित साहित्यकारों को कविता की बारीकियां बताई।
महाविद्यालय में आयोजित कवि गोष्ठी में कुमारी रश्मि शर्मा, गुलिस्ता, अनुज गुप्ता, निशा, मोनिका, प्रेरणा, अजय, मनु चैधरी, मदन, सचिन, मोनिका, डाॅ. अविनाश व डाॅ. अनीता श्रीवास्तव ने अपनी स्व रचित रचनाएं प्रस्तुत कीं तथा विभाग की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती गुप्ता के प्रति अपने भाव व्यक्त किए।
मन की आराध्य का लोकापर्ण
इस अवसर पर हिन्दी विभाग की असिस्टेन्ट प्रोफेसर डाॅ. संयुक्ता चैहान ने श्रीमती वन्दना जी का जीवन परिचय प्रस्तुत किया और डाॅ. बबलू सिंह और चित्रा गोयल ने उन्हें प्रतीक चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर छात्रा शगुन शर्मा की पुस्तिका ‘मन की आराध्या’ का लोकार्पण भी किया गया।
रचना को जन्म देना आसान नहींः डाॅ. बीना रुस्तगी
कार्यक्रम का संचालन करते हुए हिन्दी विभाग की एसोशिएट प्रोफेसर व अध्यक्षा डाॅ. बीना रुस्तगी ने कहा कि रचना को जन्म देना आसान नहीं होता है। इसीलिए वह सबका ध्यान और प्रोत्साहन चाहती है।
रचनाधर्मिता भावों का प्रकटीकरणः डाॅ. अशोक रुस्तगी
अखिल भारतीय साहित्य परिषद अमरोहा के संरक्षक तथा राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डाॅ. अशोक रुस्तगी ने अपने सम्बोधन में कहा कि रचनाधर्मिता अन्तर्मन के भावों का प्रकटीकरण होती है। उन्होंने नवोदित रचनाकारों को बधाई दी।
कार्यक्रम में मौजूद रहे
दीप प्रज्ज्वलन तथा सरस्वती वंदना के साथ प्रारम्भ हुए, इस समारोह ने शुरू से अंत तक सभी को बांधे रखा। कार्यक्रम में डाॅ. वीबी बरतरिया, डाॅ. संजय शाही, डाॅ. एसके सिंह, डाॅ. रमेश चन्द्रा, डाॅ. बीना शर्मा, डाॅ. संगीता धामा, डाॅ. ज्योति, डाॅ. पूजा गोयल, डाॅ. राजीव कुमार, उमा गुप्ता, डाॅ. ज्ञानेन्द्र, विवेक मोहन, नरेन्द्र कान्त गर्ग, केशवराज सरन गुप्ता, सुमित अग्रवाल, कमल चैहान, वीके शुक्ला, डाॅ. अमित भटनागर, डाॅ. सुरेन्द्रपाल सिंह, राहुल मोहन माहेश्वरी, डाॅ. सीमा सिंह आदि सहित महाविद्यालय के स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ. सुधांश शर्मा ने की।