डाॅ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। जेएस हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना, रेंजर्स/रोबर्स एवं महाविद्यालय के अन्य छात्र/छात्राओं द्वारा विश्वकर्मा जी की पूजा अर्चना के पश्चात नवसृजन की प्रेरणा ली। विश्वकर्मा जयंती हर्ष, उमंग व उत्साह के साथ मनाई गई। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को कौशल विकसित करने का संकल्प दिलाया गया।
प्राचार्य डाॅ. सुधांश शर्मा ने दिलाया संकल्प
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य यजमान एवं मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य डाॅ. सुधांश शर्मा ने तकनीकी क्षेत्र में देवताओं के शिल्पी विश्वकर्मा का पूजन वन्दन किया। कंप्यूटर उपकरणों, टाईपराईटर तथा जेनरेटर आदि की भी पूजा की। विद्यार्थियों को नवसृजन के लिए संकल्प दिलाया और कहा कि ज्ञानार्जन के साथ अपने कौशल को विकसित करें। अपनी जिम्मेदारी को वहन करते हुए अपनी प्रगति का मार्ग प्रशस्त करें।
विश्वकर्मा श्रमशीलता एवं सृजनशीलता के प्रतीकः डाॅ. बीना शर्मा
डाॅ. संयुक्ता देवी ने वेदमन्त्रों से विश्वकर्मा जी का आह्वान करते हुए पूजा करायी। विश्वकर्मा जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके हाथ में चार प्रतीक है-पुस्तके, पैमाना, जलपात्र-शक्ति पात्रता का प्रतीक बताकर संक्षिप्त रूप से प्रकाश डाला। रेंजर्स प्रभारी डाॅ. बीना शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा श्रमशीलता एवं सृजनशीलता के प्रतीक है। इस अवसर पर उप प्राचार्य डाॅ.वीबी. बरतरिया ने भी छात्रों को नवसृजन के लिए आगे बढते रहने की सीख दी।
कार्यक्रम मंे मौजूद रहे
कार्यक्रम संयोजिका एवं रेंजर्स प्रभारी डाॅ0 बीना शर्मा ने विद्यार्थियों द्वारा बनायी गयी वस्तुओं की सराहना की।इस अवसर पर छात्र/छात्राओं वेस्ट मैटिरियल से सुन्दर वस्तुएं बनाकर लाये। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. पीयूष शर्मा ने किया। कार्यक्रम में डाॅ. संजय शाही, राहुल मोहन माहेश्वरी, अतुल अग्रवाल, पुनीत रस्तोगी, राजीव प्रकाश, विजय प्रकाश, नरेन्द्र शर्मा तथा विद्यार्थियों में अरून, राजवीर, मनु चैधरी,निराली चैधरी,सिम्पी, निष्ठा सागर, संध्या, मनुज, प्रदीप, विकास वर्मा, वरूण, सुरभि आदि ने कार्यक्रम में भाग लिया।