डाॅ.दीपक अग्रवाल की बीएसए गौतम प्रसाद से विशेष वार्ता
अमरोहा। अगर दृढ़ संकल्प, लगन और निष्ठा से मेहनत की जाए तो मंजिल अवश्य मिल जाती है विपरीत परिस्थितियां भी मजबूत इरादांे वाली की लक्ष्य प्राप्ति में बाधा अवश्य डालती हैं लेकिन वह उन्हें मंजिल प्राप्त करने से रोक नहीं पाती हैं। इसे चरितार्थ कर दिखाया है उस शख्स ने जो इन दिनों अमरोहा में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी है। एक तरफ पिता को हार्टअटैक और आपरेशन की तैयारी वहीं दूसरी तरफ पीसीएस की मुख्य परीक्षा। पिता को हास्पिटल में एडमिट कराकर बेमन से परीक्षा देने पहुंचे उस शक्स ने इसमें सफलता हासिल की वहीं पिता का आपरेशन भी सफल रहा।
जी हां हम बात कर रहे हंै सरल, सौम्य, मृदुभाषी पर अपने काम के धनी युवा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री गौतम प्रसाद की। इस पद तक वह आसानी से नहीं पहुंचे हैं उन्होंने इसे हासिल करने में काफी संघर्ष किया हैं। उनके संघर्ष को लेकर सनशाइन न्यूज के संपादक डाॅं. दीपक अग्रवाल ने उनसे वार्ता की। पेश हैं वार्ता के प्रमुख अंशः—
आजमगढ़ के गांव में हुआ जन्म
श्री गौतम प्रसाद का जन्म आजमगढ़ के गांव गागेपुर बर्जला के मजरा जमीन बर्जला में एक जुलाई 1984 को हुआ। पिता श्री लालसा राम सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। वह विक्रम इंटर कालेज मोहम्मदपुर लाटघाट आजमगढ़ में सामाजिक विषय के शिक्षक थे। माता श्रीमती सुशीला देवी गृहणी हैं।
प्राथमिक शिक्षा गांव के परिषदीय स्कूल से की
उन्होंने बताया कि प्राथमिक शिक्षा गांव के ही बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल से ग्रहण की। कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई जूनियर हाईस्कूल गड़ेरूआ से हासिल की। हाईस्कूल आदर्श इंटर कालेज बरडीहा और इंटर गांधी इंटर कालेज मालटारी से किया। बीएससी बायो ग्रुप में और एमएससी वनस्पति विज्ञान में शिब्ली नेशनल पीजी कालेज आजमगढ़ से की। बीएड कमला नेहरू कालेज सुल्तानपुर से किया। एमए राजनीति विज्ञान में भी किया। शुरू से ही मेधावी छात्र रहे।
2009 में शिक्षक के रूप में कैरियर का शुभारंभ
श्री गौतम प्रसाद ने बताया कि विशिष्ट बीटीसी मेें चयन के बाद 9 जुलाई 2009 को उन्होंने आजमगढ़ के ब्लाक मेहनगर के प्राथमिक विद्यालय डीहा में ज्वाइन किया। 27 अप्रैल 2010 को हरैया ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गंगापुर में पारस्परिक स्थानांतरण हुआ। 25 अप्रैल 2011 को प्राथमिक विद्यालय बहादरपुर प्रथम में हेडमास्टर पद पर पदोन्नति हुई। 25 जुलाई 2011 को विज्ञान शिक्षक के रूप में पूर्व माध्यमिक विद्यालय स्वरूपहा ब्लाक लालगंज में समायोजन हो गया।
पत्नी भी प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका
उन्होंने बताया कि पत्नी श्रीमती नीलम लता आजमगढ़ के ब्लाक रानी की सराय के प्राथमिक विद्यालय जमूरपुर में सहायक अध्यापिका हैं। बड़ी बहन श्रीमती सुमन जिला मऊ में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। छोटे भाई श्री राकेश प्रसाद जेआरएफ पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शोधरत हैं।
2012 पीसीएस के माध्यम से पीईएस में चयन
उन्होंने बताया कि दिसंबर 2012 को पिताजी को हार्टअटैक पड़ गया। बाईपास सर्जरी के लिए उन्हें 19 दिसंबर को पीजीआई लखनऊ में एडमिट कराया। 20 से 28 दिसंबर तक इलाहाबाद में पीसीएस की मुख्य परीक्षा थी। पिताजी के कहने पर बेमन से वह परीक्षा देने इलाहाबाद पहुंचे। वह समय और दिन बड़ी कशमश से भरे थे। लेकिन सब अच्छा हो गया। पिताजी का आपरेशन भी सफल रहा और परीक्षा में भी सफलता मिली।
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2014 में राजकीय इंटर कालेज में प्रधानाचार्य बने
उन्होंने बताया कि पीईएस के बाद 16 अगस्त 2014 को राजकीय इंटर कालेज विधनू कानपुर नगर में प्रधनाचार्य पद पर नियुक्ति हुई। उसके बाद 19 अगस्त 2017 को अमरोहा में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।
जिले में पांच फीसदी नामांकन बढ़ा
उन्होंने बताया कि जिले के परिषदीय स्कूलांे में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष पांच फीसदी नामांकन में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले साल 1,04,216 छात्र संख्या थी और इस साल 1,10,000 छात्र संख्या हो गई।
अच्छे शिक्षकों का सम्मान
उन्होंने बताया कि स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए लगातार शिक्षकांे को प्रेरित किया जा रहा है। जिलाधिकारी श्री हेमंत कुमार जी की अभिनव योजना पर काम किया जा रहा है जिसके तहत अच्छा प्रदर्शन करने वाले शिक्षकांे और छात्रों को शीघ्र ही सम्मानित किया जाएगा। लापरवाह शिक्षकों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है।
अभिभावकों को जागरूक करने की जरूरत
बीएसए का मानना है कि परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों में शिक्षा को लेकर अभी जागरूकता की कमी है। उन्हें जागरूक करके ही स्कूलों छात्र-छात्राओं के ठहराव को बढ़ाया जा सकता है।