डॉ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में एक से बढ़कर एक नायाब हीरे छिपे हैं। ऐसा ही एक हीरा शिक्षिका रूबी सिंह है। जिनकी प्रतिभा का सम्मान देश के ही नहीं वरन एशिया के नामी इंजीनियरिंग कालेज आईआईटी रुड़की में 28 सितंबर को किया जाएगा।
प्राथमिक विद्यालय इंदरपुर में प्रधानाध्यापिका हैं रूबी
धनौरा के गांव मोहद्दीनपुर निवासी यशपाल सिंह की पुत्र वधु तथा प्रसिद्ध शिक्षक, पर्यावरणविद् एवं हिंदी सेवी डॉ. यतींद्र कटारिया विद्यालंकर की पत्नी डॉ. रूबी सिंह क्षेत्र के गांव इंदरपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका हैं।
अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका मंथन में प्रकाशित हुआ लेख
रूबी सिंह को आईआईटी रुड़की की अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका मंथन में प्रकाशित उनके लेख विश्व संपर्क भाषा के रूप में हिंदी का बढ़ता वर्चस्व को आईआईटी के उच्चस्तरीय पैनल ने सर्वोत्कृष्ट लेखन के प्रथम स्थान के लिए चुना।
भव्य समारोह के बीच मिलेगा पुरस्कार
आगामी 28 सितंबर को आईआईटी रुड़की के बॉस ऑडिटोरियम में भव्य समारोह के बीच आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी तथा प्रमुख मीडिया विश्लेषक एवं साहित्यकार स्तंभकार तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर सुधीश पचौरी के कर कमलों के द्वारा डॉ रूबी सिंह को प्रतिष्ठित राजभाषा पुरस्कार प्रदान किया जाएगा ।