डाॅ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा (सन शाइन न्यूज )। धार्मिक रामलीला कमेटी अमरोहा द्वारा आयोजित आदर्श रामलीला महोत्सव 10 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक विगत वर्षों से और अधिक भव्य एवं मनोहरकारी होगा। शहरवासी हाईटैक रामलीला के मंचन से रूबरू होंगे।
युवा पदाधिकारी जुटे जी-जान से
इसका श्रेय रामलीला कमेटी की युवा पीढ़ी को जाता है जो गत 3 माह से अपने कारोबार से समय निकाल कर अपने पित्र जन द्वारा संजोयी धार्मिक विरासत को इस आधुनिक युग में भी जिंदा रखना अपना कर्तव्य समझती हंै। मौजूदा कमेटी के अध्यक्ष विशाल गोयल हैं जिनके पिता शहर के जाने माने अधिवक्ता श्री रमेश चंद गोयल 27 साल रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रहे और अब संरक्षक हैं। महामंत्री शारदुल अग्रवाल के पिता श्री सुरेंद्र कुमार अग्रवाल करीब 20 साल से कमेटी के संरक्षक हैं। कोषाध्यक्ष कुंवर विनीत अग्रवाल के पिता स्व. श्री मोहन चंद अग्रवाल 30 साल तक कमेटी के कोषाध्यक्ष रहे।
पहले चार स्थानों पर होती थी रामलीला
इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता है कि शहर में रामलीला का आयोजन सिमटता जा रहा है। अगर हम दो दशक पुरानी बात करे तो अमरोहा नगर में दशहरा से पूर्व चार स्थानों पर रामलीला आयोजित होती थी। जिसमंे बाजार कटरा गुलाम अली में आयोजित रामलीला मंे नगर के गणमान्य व्यक्तिगण स्वयं या उनके परिवार वाले पात्रांे की भूमिका अदा करते थे और आलम तो ये था कि पात्रो की भूमिका अदा करने में व्यक्तियो में लड़ाइयों की भी नौबत आ जाती थी। मोहल्ला कोट में खंडेलवाल मंदिर की रामलीला तथा जोया रोड स्थित शुगर फैक्ट्री की रामलीला में तो पूरा जनसैलाब उमड़ता था। अब इन स्थानों पर रामलीला का आयोजन नहीं होता है।
जेएस हिंदू इंटर कालेज की रामलीला बरकरार
नगर की मुख्य लीलाओं में जेएस हिन्दू इंटर कॉलेज की रामलीला जिसका अंदर वाला ग्राउंड भी (रामलीला ग्राउंड) और बाहर वाला ग्राउंड (दशहरा ग्राउंड) के रूप में जाना जाता है उसकी पसंद भी बरकरार थी। गांवांे से भी बड़ी संख्या में लोग आते थे। उस दौर में रामलीला का मंचन व नाटक की प्रस्तुति पूरी रात होती थी।
पहले रातभर होती थी लीला अब रात को 12 बजे तक
अध्यक्ष विशाल गोयल ने अपनी सूझ बूझ व कुशलता का परिचय देते हुए बदलते परिवेश को भांपते हुए रामलीला की अवधि को पूरी रात की बजाय मात्र 4 घंटे अर्थात रात्रि 8 बजे से 12 बजे तक का किया। 35 फिट लम्बे रामलीला मंच को 90 फिट लंबा व 40 फिट पक्का स्टेज करवाया। साथ ही रामलीला की प्रस्तुति और संवाद अदायगी में आधुनिकता का पुट दिया।
30 फिट ऊंचाई पर होगा धनुष यज्ञ
उन्होंने बताया कि इस वर्ष अमरोहा के इतिहास में पहली बार बहुत कोशिश करते हुए धनुष यज्ञ 13 अक्टूबर को 30 फिट ऊंचे विशाल जल कलश पर राम सीता का 30 फिट ऊंचाई पर जाकर जयमाल व 17, 18 , व 19 अक्टूबर को मुम्बई के कलाकारों द्वारा अमरोहा के इतिहास में पहली बार लव कुश दिल्ली के निदेशक प्रवेश के नेतृत्व में ट्रेनेड कलाकारों द्वारा 50 से 80 फिट ऊंचाई पर हवा में जाकर क्रेन के माध्यम से रामलीला के प्रंसगो को दर्शाया जाएगा।
दशहरा मेला 19 अक्टूबर को
साथ ही साथ 19 अक्टूबर को आयोजित विशाल दशहरा मेला हेतु भी कमेटी द्वारा तैयारी जोरों शोरो पर चल रही है जिसमे पिछली बार से और अधिक रावण की ऊंचाई 5 फिट बढ़ाकर 35 फिट से 40 फिट की जा रही है तथा कुम्भकर्ण व मेघनाथ के पुतलो की ऊंचाई 35 फिट रहेगी। साथ ही साथ मनोहरकारी आतिशबाजी भी मन मोह लेगी।