डाॅ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा (सन शाइन न्यूज )।
जिलाधिकारी हेमन्त कुमार ने बताया कि डिजिटल लाॅकर सिस्टम का उपयोग कर नागरिक अपने सभी महत्वपूर्ण अभिलेखों जैसे-मार्कशीट्स, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ई-डिस्ट्रिक्स पोर्टल के माध्यम से जारी होने वाले प्रमाण पत्र, ड्राईविंग लाईसेंस या सरकार द्वारा जारी कोई अन्य पहचान पत्र आदि को डिजिटल रूप से सुरक्षित रख सकते है। उन्होेंने बताया कि यह सिस्टम मूल दस्तावेंजों को साक्षात्कार आदि के लिये साथ ले जाने को अनिवार्यता को समाप्त करते हुये दस्तावेंजों के नष्ट होने/खो जाने की स्थिति में प्रयोग किया जाता जा सकता है।
कलेक्ट्रेट सभागार में हुई कार्यशाला
जिलाधिकारी हेमन्त कुमार की अध्यक्षता में 29 अक्टूबर करे कलेक्ट्रेट सभागार में डिजिटल लाॅकर संबंधित प्रशिक्षण/कार्यशाला का आयोजन किया गया। उन्हांेने कहा कि इस तरह से इस प्रणाली से दुरुपयोग की संभावना बेहद कम हो जाती है।
सुविधा के लिए आधार नंबर जरूरी
उन्हांेने बताया कि यह सुविधा पाने के लिए बस उपयोगकर्ता के पास भारत सरकार द्वारा प्रद्दत आधार कार्ड होना चाहिए। अपना आधार अंक डाल कर उपयोगकर्ता अपना डिजिलॉकर खाता खोल सकते हैं और अपने जरूरी दस्तावेज सुरक्षित रख सकते हैं। आधार अंक की अनिवार्यता होने की वजह से यह तय किया गया है कि इस सरकारी सुविधा का लाभ सिर्फ भारतीय नागरिक ही ले सकें और जिसका भी खाता हो, उसके बारे में सभी जानकारी सरकार के पास हो।
एनआईसी में होगा समस्या का समाधान: नलिन कौशिक
जिला सूचना विज्ञान केेंद्र के तकनीकी निदेशक नलिन कौशिक ने जानकारी दी की सभी संबंधित वेबसाईट पर जाकर अपना व अपने कार्यालय में उपस्थित सभी कर्मचारियों का डिजिटल लाॅकर अकाउन्ट बना सकते है। उन्होंने विस्तारपूर्वक जानकारी देते बताया कि किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या होने पर एनआईसी कार्यालय में सम्पर्क कर सकते है।
कार्यशाला में मौजूद रहे
इस कार्याशाला में उपजिलाधिकारी नौगावां सादात, तहसीलदार हसनपुर, धनौरा, नौगावां सादात, बीडीओ हसनुपर, धनौरा, ई-डिस्ट्रिक मैनेजर मौहम्%E