डाॅ.दीपक अग्रवाल
धामपुर। (सन शाइन न्यूज )।
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए नवीन तकनीक का प्रयोग जरूरी है। शिक्षकों को स्वयं को तकनीक के साथ बदलना चाहिए। तकनीक शिक्षा में आक्सीजन की तरह काम करती है।
धामपुर के द स्कॉलर्स वैली स्कूल में कार्यशाला
जनपद बिजनौर के शहर धामपुर में “द स्कॉलर्स वैली स्कूल” में शिक्षा में तकनीक का उचित प्रयोग विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय ट्रांसफॉर्म योर आइडियाज इन टू स्टन्निंग विजुअल स्टोरीज, क्रिएट इम्पैक्टफुल ग्राफिक्स, वेबपेजेज एंड वीडियो स्टोरीज था।
शिक्षा को आसान और रुचिकर बनाएं
किप्स पब्लिशिंग, नॉएडा से आये श्री कपिल शर्मा ने बताया कि किस किस तरह से हम शिक्षा में तकनीक का प्रयोग कर के शिक्षा को और भी आसान व रुचिकर बना सकते हैं। उन्होेेने बताया कि जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज की शिक्षा पद्यति पहले की शिक्षा पद्यति से एकदम भिन्न है आज के बच्चों को पढ़ाने के लिए नए-नए साधन एवं तकनीकी का प्रयोग किया जा रहा है।
शिक्षकों की जिज्ञासाओं का समाधान
उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से सभी शिक्षकों को शिक्षा सम्बन्धी सॉफ्टवेयर का उचित प्रयोग करना बताया। जिसके अंतर्गत ग्राफिक्स बनाना, वीडियो बनाना तथा वेब डिजाइनिंग आदि सम्मिलित था। उन्होंने बताया कि अडोब स्पार्क नामक सॉफ्टवेयर के माध्यम से हम शिक्षा सम्बंधित ग्राफिक्स, वीडिओज आदि बनाकर बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा को और भी अधिक आसान और प्रभावकारी बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि तकनीक शिक्षा में ऑक्सीजन का कार्य करती है।
प्रिंसिपल अमित ने आभार व्यक्त किया
कार्यशाला के दौरान सभी शिक्षकों ने अपनी अपनी जिज्ञासा के अनुसार प्रश्न पूछे जिनका श्री कपिल शर्मा ने संतुष्टिपूर्वक उत्तर भी दिया। अंत में प्रिंसिपल श्री अमित सहगल ने सभी का आभार व्यक्त किया।