डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा ( सनशाइन न्यूज )।
पश्चिम बंगाल के राजभवन में जनपद के शिक्षक डॉ यतींद्र कटारिया विद्यालंकार ने जिले का नाम रोशन करते हुए काव्य पाठ की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने कलम केसरी के रूप में डॉक्टर यतींद्र कटारिया विद्यालंकार को अलंकृत किया।
राष्ट्रभाषा स्वाभिमान समारोह में मुख्य वक्ता यतींद्र
कोलकाता के ब्रिटिश इंडिया क्षेत्र के मैंगो लेन स्थित बिजनेस सेंटर में कोलकाता बंग हिंदी परिषद एवं हिंदी शिक्षक स्नेह मंडल द्वारा आयोजित राष्ट्रभाषा स्वाभिमान समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध हिंदी सेवी, प्रबुद्ध शिक्षक एवं सामाजिक व पर्यावरण कार्यकर्ता डॉ यतींद्र कटारिया विद्यालंकार शामिल हुए।
कोलकाता ने ही हिंदी को राष्ट्रभाषा का स्वरूप प्रदान किया
उन्होेंने कहा कि हिंदी को राष्ट्रभाषा का स्वरूप प्रदान करने वाला सबसे पर सबसे पहला शहर कोलकाता ही है। जहां कोलकाता के प्रसिद्ध समाज सुधारक केशव चंद्र सेन के निवेदन पर युग प्रवर्तक महर्षि दयानंद ने कोलकाता में ही अपने जीवन में सदैव हिंदी में लेखन वार्तालाप के रूप में हिंदी को आत्मसात करने का संकल्प यही लिया था, नेताजी सुभाष चंद्र बोस तथा कई राष्ट्रीय महापुरुषों ने कोलकाता की धरती से ही हिंदी की महत्ता को बढ़ाते हुए हिंदी को ही राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है हिंदी विश्व की सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा तथा विश्व संपर्क भाषा के रूप में हिंदी निरंतर आगे बढ़ी है।
नमन आपके जीवन को
इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष राज वर्मा डॉ यतींद्र कटारिया विद्यालंकार के उल्लेखनीय कार्यों की प्रशंसा करते हुए हिंदी सेवा, पर्यावरण एवं संस्कृति के उनके योगदान की सराहना की। उसके पश्चात राज भवन में डॉ यतींद्र कटारिया विद्यालंकार का काव्य पाठ हुआ, डॉ यतींद्र कटारिया विद्यालंकार ने हिंदी सेवा व संस्कृति संवर्धन में उल्लेखनीय कार्य कर रहे लोगों को अपनी काव्य प्रस्तुति समर्पित करते हुए रचना को पढ़ा – नमन आपके जीवन को, नमन आपके काम को, नमन आपके गाँव को, नमन आपके धाम को।
कलम केसरी सम्मान से अलंकृत यतींद्र कटारिया
इस अवसर पर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी व प्रबुद्ध जनों ने डॉ यतींद्र कटारिया की हौसला अफजाई करते हुए काव्य रचना की प्रशंसा की तथा उल्लेखनीय हिंदी सेवा एवं लेखन के लिए उन्हें कलम केसरी सम्मान से अलंकृत किया। इस मौके पर चंद्रकांत महेंद्र वर्मा जगदीश प्रसाद ब्रह्म सिंह हरिराम सतीश कुमार आदि मौजूद रहे।