डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा ( सनशाइन न्यूज )।
उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी के निदेशक डाॅ. आरसी मिश्रा ने कहा आज भारत दुनिया की एक पांचवी अर्थव्यवस्था के रूप तेजी से उभर रहा है। सन् 2022 तक भारत दुनिया का एक सिरमौर राष्ट्र बन विश्व का नेतृत्व करेगा।
जेएस कालेज में नेशनल सेमिनार का शुभारंभ
8 दिसंबर को जगदीश सरन हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ‘2022 में नवीन भारत’ विषय पर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय सेमिनार का शुभारंभ हुआ।
भ्रष्टाचार मुक्त मोदी सरकार: आरसी मिश्रा
इसमें मुख्य वक्ता आरसी मिश्रा ने कहा कि विमुद्रीकरण के बाद देश में 56 लाख नये कर दाता बढ़ गये। 3 लाख फर्जी कम्पनियां पकड़ी गयी, जिससे टैक्स की चोरी पर लगाम लगी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है।
जनसहभागिता से होता रचनात्मक विकासः हरबंस दीक्षित
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, प्रयागराज के सदस्य डाॅ.हरबंस दीक्षित ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि शिक्षण कोई भी रचनात्मक विकास केवल सरकार के द्वारा नहीं, बल्कि जनसहभागिता से ही सम्भव होता है।
देश में लोक की बजाए तंत्र ज्यादा मजबूत हुआ: विशेष गुप्ता
अध्यक्षता करते हुये उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डाॅ. विशेष गुप्ता ने कहा कि आज देश में लोक की बजाए तंत्र ज्यादा मजबूत हुआ है।
प्रजातंत्र और नौकरशाही के बीच तालमेल का अभाव: व्यस्त
एमएलसी डाॅ.जयपाल सिंह ‘व्यस्त’ ने अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में प्रजातंत्र और नौकरशाही के बीच तालमेल के अभाव पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि दोनों के बीच द्वन्द्वात्मक स्थिति बनी रहने के कारण विकास में अवरोध उत्पन्न होता है।
भारत ने दुनिया में एक विशेष पहचान कायम की
सेमिनार के विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे बरेली कालेज के प्राचार्य डाॅ.अजय शर्मा ने पड़ौसी देश पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा कि भारत वैश्विकमंच पर एक महाशक्ति बन कर उभर रहा है। श्री जयनारायन कालेज, लखनऊ के प्राचार्य डाॅ. एसडी शर्मा ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि आज भारत ने दुनिया में एक विशेष पहचान कायम की है।
भारत विश्वमंच पर मजबूत हुआ
इस अवसर पर महाविद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष रमेश कुमार अग्रवाल, मंत्री गिरीश चन्द्र अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किए। प्राचार्य डाॅ. सुधांश शर्मा ने कहा कि भारत विश्वमंच पर मजबूत हुआ है। संचालन करते हुए सेमिनार की संयोजिका डाॅ0 बीना शर्मा ने कहा कि आज भारत एक युवा और शक्तिशाली भारत के रूप में उभर रहा है।
शोध पत्रों का वाचन
सेमिनार के तकनीकी सत्र में उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न अंचलो से पधारे विद्वान प्राध्यापकों, शोधाथियों तथा छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने शोध पत्रों का वाचन किया। इस सत्र का संचालन डाॅ. पीकेजैन (पूर्व प्राचार्य) ने किया।
इन्होंने की सहभागिता
संगोष्ठी में डाॅ. वन्दना रानी गुप्ता (पूर्व प्राचार्य), डाॅ. वी.बी. बरतरिया, डाॅ. संजय शाही, डाॅ. अशोक रुस्तगी, डाॅ. अनिल रायपुरिया, डाॅ. बीना रुस्तगी, डाॅ. एस.के. सिंह, डाॅ. निखिल दास, डाॅ. मनन कौशल, डाॅ. वीर वीरेन्द्र सिंह, डाॅ. रमेश चन्द्रा, डाॅ. हरेन्द्र सिंह, डाॅ. बबलू सिंह, डाॅ. आभा सिंह, डाॅ. नवनीत विश्नोई, डाॅ. मन मोहन सिंह, डाॅ. संगीता धमा, गौरव सिंह, डाॅ. प्रदीप कुमार, डाॅ. हिमांशु शर्मा, डा. संयुक्ता देवी, डाॅ. रश्मि गुप्ता, डाॅ. सीमा रानी शर्मा, डाॅ. सौरभ अग्रवाल, डाॅ. पवन गेरा, डाॅ. कौसर जहां, डाॅ. प्रवेश कुमार, डाॅ. कपिल कुमार, डाॅ. सारिका बाहेती, डाॅ. कीरान फात्मा, उमा गुप्ता, डाॅ. अमित माहेश्वरी, डाॅ. पीयूष शर्मा, डाॅ. मनीष टंडन, डाॅ. अरुण अग्रवाल, डाॅ. विकास मोहन, डाॅ. कपिल भारद्वाज अमित भटनागर, डाॅ. शिवानी गोयल, डाॅ. शाजिया बेगम, डाॅ. पूनम वर्मा, मंयक अरोड़ा, सलमान अख्तर, डाॅ. आशा सिंह, पूजा त्यागी, मंजुला शर्मा, चित्रा गोयल, नईम अहमद सिद्दीकी, अतुल अग्रवाल, गीतेश अग्रवाल, शरद गुप्ता, सुरेन्द्र पाल सिंह, दीपक वर्मा आदि ने सहभागिता की।