डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
न रोब और न रुतबा। सीधे कक्षा में जाकर बच्चों से एक व्यवहार कुशल शिक्षक की भांति बातचीत करते हुए उनके ज्ञान को परखना शुरू किया। उनके उत्तरों से खुश होकर पुस्तकें उपहार में देकर उनका हौंसला बढ़ाया। स्वयं भी बच्चों को पढ़ाया।
यह बानगी थी अमरोहा के शिक्षाप्रेमी और पुस्तक प्रेमी लेखनी के धनी जिलाधिकारी हेमंत कुमार के जोया ब्लाक के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय खैय्यामाफी के निरीक्षण की।
डीएम का पीएस व यूपीएस खैय्यामाफी का निरीक्षण
3 जनवरी 2019 को जिलाधिकारी ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय खैय्यामाफी का निरीक्षण किया। लेकिन यहां उन्होंने कोई रुतबा नहीं दिखाया। अमूमन अधिकारी स्कूलांे में निरीक्षण के दौरान खामियां ही तलाशते हैं।
आमिर ने सुनाया 22 का पहाड़ा
डीएम को कक्षा चार के छात्र आमिर ने 22 का पहाड़ा सुनाया। उन्होंने उसे मेरी कहानी पुस्तक से सम्मानित किया। यहां डीएम ने अंग्रेजी पढ़ाई। बच्चों से हिंदी के शब्द अर्थ सुने। राज्याभिषेक शब्द का अर्थ बताया। कक्षा पांच की छात्राओं के जवाब से खुश होकर उन्होंने शकीना को चंद्रगुप्त और अरीबा को धरती के लाल पुस्तक से पुरस्कृत किया। कक्षा 3 में उन्होंने गणित पढ़ाया। सिमरन को लोक कथाएं नामक पुस्तक दी। कक्षा एक और दो में बच्चों से हिंदी की किताब पढ़वाई। शाहेनूर को खेल-ख्ेाल में सीखांे नामक पुस्तक दी।
डीएम ने सिखलाया लसप निकालना
जिलाधिकारी ने कक्षा 06 में बच्चों से 24, 36 व 48 का लसप निकलवाया तथा स्वयं जिलाधिकारी ने इसे हल कर दिखाया। बच्चों को एक्टीविटी के द्वारा महीनों मेें दिनों की संख्या ज्ञात करने की विधि बतायी जिससे बच्चों ने कक्षा में बहुत रुचि ली। कक्षा 06 में आमान को चार अनमोल बातें नामक पुस्तक से पुरस्कृत किया।
बच्चों को टाइम प्रबंध सिखलाया
जिलाधिकारी ने कक्षा 07 में सुम्मैया, गुलनाज़ अजमाइन, फैज़, कैफ आदि छात्रों से अग्रंेजी की पुस्तक पढवायी। बच्चों को घर पर जाकर कैसे और कितने घण्टंे अध्ययन करना है, इसके विषय में समझाया। सुम्मैया को काबुलीवाला नामक पुस्तक से पुरस्कृत किया।
डीएम ने दिए वर्गमूल निकालने के टिप्स
जिलाधिकारी ने कक्षा 08 में इफरा, दरक्शा, मुस्कान, विकास आदि छात्र-छात्राआंे से वर्गमूल एवं अभाज्य संख्याएॅ पूछी तथा स्वयं कक्षा में ब्लैक बोर्ड पर वर्गमूल हल करना समझाया। कक्षा 08 में इफरा को संख्याओं का खेल नामक पुस्तक एवं दरक्शा को पानी नामक पुस्तक से पुरस्कृत किया।
डीएम ने रसोइयों को दिए 500-500 रुपए
इसके उपरान्त जिलाधिकारी महोदय ने मध्यान्ह भोजन के रसोई घर एवं वहां पर रखी हुयी खाद्य समाग्री एवं मसालों का निरीक्षण किया तथा विद्यालय में पके हुये भोजन का स्वाद भी लिया। विद्यालय में भोजन की गुणवत्ता पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा स्वादिष्ट खाना बनाने पर रसोइयांे को 500-500 रुपये से पुरस्कृत किया।
नियमित रूप से अध्ययन की प्रेरणा
जिलाधिकारी ने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से अध्ययन करने के लिये दैनिक समय विभाजन चक्र बनाकर उसके अनुसार पढने के लिये पे्ररित किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं के साथ ग्रुप फोटोगा्रफ कराया। बच्चों ने प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय खैय्यामाफी को उत्कृष्ट विद्यालय बनाने के लिये धन्यवाद किया।
परिषदीय विद्यालयों की कायाकल्प योजना
जिलाधिकारी के कुशल मार्ग दर्शन में जनपद के परिषदीय विद्यालयों की कायाकल्प योजना के तहत ग्राम प्रधानांे द्वारा सौन्दर्यकरण एवं निर्माण कार्य कराये गये जिससे परिषदीय विद्यालयों का भौतिक एवं शैक्षिक वातावरण अनुकूल हुआ है। इसी क्रम में जिलाधिकारी के निर्देशन में जनपद स्तरीय कार्यशाला में जनपद के पाॅच उत्कृष्ट छात्रो, शिक्षकों एवं विद्यालयों को पुरस्कृत किया गया है। इसके तहत जनपद के विद्यालय के प्रधानाध्यापकों एवं ग्राम प्रधानांे में विद्यालय को सुन्दर बनाने की होड़ लगी है।
निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे
जिलाधिकारी के विद्यालय निरीक्षण के समय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद, ग्राम प्रधान रिजवान अहमद, मनोज कुमार जिला समन्वयक मध्यान्ह भोजन, प्रधानाध्यापक नाजिर अली एवं श्रीमती कविता शर्मा व ग्रामवासी आदि उपस्थित रहे।