डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
वकार उल मुल्क चेरिटेबल हॉस्पिटल किसान पेट्रोल पम्प बिजनौर रोड के वरिष्ठ फिजियोथरेपिस्ट डाॅ. सैयद मोहम्मद रमीज का कहना है जहां तक संभव हो दर्द की दवा का प्रयोग न करें बल्कि पूरी लगन से नियमानुसार एक्सरसाइज करें ताकि आप को अन्य रोगों से बचाया जा सके। उनका मानना है कि दुखियों की सेवा ही चिकित्सक का पहला फर्ज है।
दर्द की गोलियों से अधिकांश लोगों को कब्ज होता
बीएल कपूर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल करोल बाग नई दिल्ली में लम्बे समय तक अपनी सेवायें देकर अमरोहा के रोगियों को अपनी सेवायें देने आए डा.रमीज ने कहा की किसी भी प्रकार के दर्द की गोलियों से अधिकांश लोगों को कब्ज की शिकायत होती है और पाचन क्रिया प्रभावित हो जाती है , जिस से एक रोग ठीक हो जाता हे परन्तु जीवन भर एक अन्य रोग लग जाता है।
लकवा ग्रस्त गरीब लोगों को रोग से मुक्ति दिलाना लक्ष्य
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यदि हमें ईश्वर ने कोई हुनर दिया है तो हमें समाज को देने की जिम्मेदारी है, इस कारण इस हॉस्पिटल में नाम मात्र को फीस ली जाती हैं और गरीब बेसहारा रोगियों की निशुल्क चिकित्सा की जाती है। उन्होंने बताया कि इस हॉस्पिटल का लक्ष्य लकवा ग्रस्त गरीब लोगों को इस रोग से मुक्ति दिलाना है पैसा कमाना कोई कठिन कार्य नहीं हैं परन्तु दींन दुखियों की सेवा और हड्डी टूटने ,हाथ पैर विकलांग होने ,घुटनों और जोड़ों के दर्द ,समेत अन्य पुरानी चोटों और टेढ़े मेढ़े हाथ पैरों के दर्द के रोगियों का निशुल्क इलाज करने और उन की सेवा से जो आनन्द आता है वह रुपए कमाने से कहीं अधिक सुखद है। हमें ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति मानव की सेवा को निस्वार्थ होकर करें यही सच्चा राष्ट्रवाद, सच्ची देश भक्ति हैं।
पिता डाॅ. महताब अमरोहवी आदर्श
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि उनके आदर्श उनके पिता डाॅ. महताब अमरोहवी हैं जो कठिन परिस्थितियों में भी हम बहन भाइयों की शिक्षा पूरी करने में सदैव व्यस्त रहे और उन्होंने एक समय तक एक दिन में तीन तीन नौकरी कर के उन्हें और उनके बहन भाइयों को उच्च शिक्षा दिलाई। उनकी बहन सना महताब ने जहां लीवर कैंसर रोग पर जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली से शोधकार्य सम्पन्न किया है तो छोटा भाई मोहमद राहीम बीटीसी पाठ्यक्रम विशेष योग्यता से पास कर चुका है अब अन्य प्रतियोगिता की तैयारी में है तो सब से छोटा भाई इबाद उर्रहमान आकाश इंस्टिट्यूट से एमबीबीएस की कोचिंग कर रहा है।
चिकित्सा का व्यापार गलत
डाॅ. रमीज का कहना है कि प्राचीन काल में चिकित्सा को मानव सेवा माना जाता था लेकिन अब अधिकांश स्तर पर व्यापार बन चुका है जो पेशे का बाजारीकरण ही कहा जाएगा उन्हों ने कहा कि वह किसी संस्था के साथ जुड़ कर जनपद भर में नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह स्वास्थ्य शिविर लगा कर लोगों को लकवा और अन्य दर्दों की जानकारी देकर जागरूकता लाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अस्थमा रोगियों और गर्भवती महिलाओं को दवाइयों के मुकाबले फिजियोथरेपी की सलाह दी जाती है क्योंकि इस चिकित्सा प्रणाली में कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।
निशुल्क इलाज को 9675553652 पर संपर्क करें
आज हमें समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है इस पद्यति की लोक प्रियता का मुख्य कारण यह भी है कि यह चिकित्सा सस्ती और सुलभ है इस में रोगी को उठने बैठने सोने और चलने फिरने के तरीके बताये जाते हैं यदि उन पर अमल करें तो निशुल्क स्वस्थ्य रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि निःशुल्क इलाज व परामर्श के लिए फोन नंबर पर 9675553652 पर सम्पर्क कर सकते हैं।