डाॅ. दीपक अग्रवाल की विदेश भ्रमण से लौटे डाॅ. सुधांश शर्मा से विशेष वार्ता
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
जगदीश सरन हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य डाॅ. सुधांश शर्मा 62 साल की उम्र पार करने के बाद भी किसी युवा से कम नहीं हैं। उनकी जिंदादिली देखते ही बनती है। यही वजह है कि 25 साल पहले शादी पर उन्होंने अपनी पत्नी को स्विटरजलैंड घुमाने का वादा किया था लेकिन अपरिहार्य कारणों से उस समय वहां नहीं जा पाए। उन्होंने अपने इस वादे को शादी की सिल्वर जुबली पूरी होने पर निभाया। हाल ही में वह स्विटरजलैंड और इंग्लैंड की यात्रा कर लौटे हैं।
उनकी इसी जिंदादिली और विदेश भ्रमण को लेकर मैंने उनसे उनके शहर के मोहल्ला कालीपगड़ी स्थित आवस पर विशेष वार्ता की। पेश हैं वार्ता के प्रमुख अंशः
डाॅ. सुधांश शर्मा महात्मा ज्योतिबाफूले रूहेलखंड विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के तीसरे बड़े और जिले के सबसे बड़े व एक मात्र अनुदानित महाविद्यालय जगदीश सरन हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राचार्य रहे हैं। इस विश्वविद्यालय के वाणिज्य विषय में प्रथम डीलिट् हैं। वह फरवरी 2019 को सेवानिवृत्त हुए। कालेज में लंबे समय तक वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष रहे और बीकाम में एएसपीएसएम पाठ्यक्रम का बखूबी संचालन किया। वह भारत विकास परिषद की संस्कार शाखा के अध्यक्ष और अमरोहा म्यूजिक क्लब के संरक्षक भी हैं।
बेटा ऋत्विक लंदन से एमएस कर रहा है
उन्होंने बताया कि 19 नवंबर 1994 को डाॅ. बीना शर्मा के साथ उनका विवाह हुआ। उस समय उन्होंने घूमने के लिए स्विटजरलैंड जाने का वादा अपनी पत्नी से किया। लेकिन अपरिहार्य कारणों से नहीं जा पाए। वह संयोग अब 25 साल बाद बना। इन दिनों उनका बेटा ऋत्विक शर्मा बंगलौर से बीटेक और दो साल नौकरी करने के बाद अब किंग्स कालेज लंदन से एमएस ( कंप्यूटर साइंस) की पढ़ाई कर रहा है। 19 नवंबर 2018 को उन्होंने शादी की सिल्वर जुबली लंदन में मनाई और वहीं स्विटरजलैंड जाने का तानाबाना बुना।
विश्व का सर्वाेत्तम प्राकृतिक सौंदर्य स्विटरजलैंड में ही
वह अपनी पत्नी के साथ 18 मई को रात 9.15 बजे नई दिल्ली एयरपोर्ट से स्विटरजलैंड के लिए रवाना हुए और 19 मई को 7.15 बजे स्विटरजलैंड के शहर ज्यूरिक पहुंजे। ज्यूरिक से ल्यूसरन सिटी गए। वहीं लंदन से उनका बेटा भी पहुंच गया। करीब दस दिन वह परिवार संग स्विटरजलैंड के इंटरलेकिन शहर में रहे। प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया। डाॅ. शर्मा का मानना है कि विश्व का सर्वाेत्तम प्राकृतिक सौंदर्य स्विटरजलैंड में ही है।
फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के नाम पर एक पार्क भी
उन्होंने बताया कि इंटरलेकिन शहर में ही जंगफ्रूजोश नाम का बर्फ का पहाड़ टाॅप आॅफ यूरोप के नाम से प्रसिद्ध है। वास्तव में वह यूरोप का सबसे उंचा पहाड़ है। वहीं पर आइस पैलेस बर्फ महल के नाम से एक पिकनिक स्थल भी हैं जो पूरा बर्फ से ही बना है। जिसमें अमरनाथ की तरह बर्फ का शिवलिंग भी है। यहां भारतीय फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के नाम पर एक पार्क भी बना है।
उन्हांेने बताया कि वहां ठंड बहुत है और भारतीय दाल रोटी व सब्जी खाने को मिल जाती है। गिरजाघर भी दर्शनीय हैं। वहां सूरज रात को 9.30 बजे छिपता है और तड़के चार बजे उदय होता है।
लंदन आई झूला और टाॅवर ब्रिज आकर्षण का केंद्र
उन्होंने बताया कि वहां घूमने के बाद वे लंदन के लिए रवाना हो गए। लंदन में भी भारतीय होटल हैं तथा वह भारतीय होटल में ही रूके। जहां खाने की भी कोई परेशानी नहीं है। विशेष बात यह है कि लंदन से स्विटरजलैंड बहुत महंगा है। वहां से 8 जून को अमरोहा पहुंचे। लंदन में टाॅवर ब्रिज और लंदन आई झूला आकर्षण के केंद्र हैं। यहां अधिकतर भीड़ रहती है और किसी न किसी फिल्म की शूटिंग भी होती रहती है।