डाॅ.दीपक अग्रवाल
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बुढ़नपुर में आयोजित कार्यशाला में ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ने पर मंथन किया गया।
नई शिक्षा नीति 2019 के प्रारूप पर कार्यशाला
डायट अमरोहा के सभागार में नई शिक्षा नीति 2019 के प्रारूप विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रभारी डायट प्राचार्य रामाज्ञा कुमार ने की। उन्होंने सभी को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और नामांकन बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। नई शिक्षा नीति 2019 के प्रारूप के 22 अध्यायो पर चर्चा करते हुए विभिन्न वक्ताओं ने अपने अपने विचार व सुझाव लोगों के समक्ष साझा किया।
सभी तक शिक्षा की पहुंच पर बल
जिसमे विपिन पंघाल ने नई शिक्षा नीति 2019 (प्रारूप)के अध्याय 3 -ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ना और सभी तक शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करना विषय पर अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किये। मीनू सिंह पंवार ने विद्यालय शिक्षा को प्रारम्भिक स्तर पर और मजबूत बनाने के लिए क्या उपाय किये जायें उस पर अपने विचार और सुझाव रखे।
नई शिक्षा नीति महत्व और आवश्यकता
डॉ. यतींद्र कटारिया ने नई शिक्षा नीति महत्व और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। पृथ्वी सिंह, और जोगिंद्र सिंह ने ड्रॉपआउट बच्चों की वर्तमान स्थिति को बताते हुए ड्रॉपआउट के कारणों और उसको दूर करने हेतु नई शिक्षा नीति 2019 के प्रारूप में दिए गए उपाय पर अपने सुझाव दिए।
इस मौके पर मौजूद रहे
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से खंड शिक्षा अधिकारी राकेश गौड़, अमरेश कुमारी, एबीआरसी बृजपाल, दयानंद, धर्मपाल और रेखा रानी ने भी रखे। इसके अतिरिक्त विभिन्न ब्लॉकों के चुनिंदा शिक्षक शिक्षिकाओं मृणालिनी सिंह, हेमा तिवारी, राजकुमार पाल, राघवेंद्र सिंह, पुरजीत सिंह आदि ने भी विभिन्न बिंदुओं पर अपने विचार व्यक्त किए। डाइट प्रवक्ता, डीएलएड प्रशिक्षु भी उपस्थित थे। सेमिनार संयोजक डाइट प्रवक्ता रामशंकर ने सभी का आभार व्यक्त किया।