डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब जीतकर पीवी सिंधू ने हर भारतीय के मान को बढ़ा दिया हैं। सिंधू के रूप में भारत को 42 साल में बैडमिंट में पहला विश्व चैंपियन मिला है। जिले में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक अरविंद ंिगरि ने अपनी खुशी को काव्य के रूप में प्रस्तुत किया हैः
विश्व विजयी हिन्द की सिंधू
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देखो हिन्द की बेटी ने विश्व में झंडा गाड़ दिया
दो बारी विश्व विजेता को यूं पलभर में पछाड़ दिया
इस बार सिद्ध किया तुमने ना बेटी बेटों से कम हैं
हर क्षेत्र तिरंगा फहरेगा अपने में वो दमखम है।।
कर कर नित अभ्यास से जड़मति सुजान कर डाला है
प्रयास की रस्सी घिस घिस के सिल पर निशान कर डाला है
जो टीस हार की दिल में थी उसे लक्ष्य बनाके खेला है
जापानी ’ओकुहारा’ ने 38वें मिनट दंश हार का झेला है।।
जिसने 17 में दिल तोडा़ उसे 19 में मात दे दी
विश्व विजेता बन तुमने खुशियों की सौगात दे दी
’पिता रमाना मां विजया’ की आंखों का तुम तारा हो
विश्व पटल पर चमक रहा ऐसा नभ का ध्रुव तारा हो।।
देख हौसला पी वी का, जापानी ’नोजोमी’ फिसल गयी
देखो हिन्द की बेटी सिंधू पिता से आगे निकल गयी
हर हिन्दुस्तानी बाप कहे ’बेटी मेरा अभिमान’ है
ये विजय अकेली नहीं तुम्हारी, समूचे हिन्द का सम्मान है।।
बेटी है तो कल होगा, ये नारा अब न कागजी रहे
बढे़ बेटी-पढे़ बेटी, और भारत विश्व विजयी रहे
तीन बार के हार के फन पर, ये देखो सिंधू का क्रन्दन
प्रथम से अंतिम तक हर हिंदी, करे तुम्हारा अभिनंदन।।
’अरविंद गिरि (स० अ०’)
’पूर्व माध्यमिक विद्यालय कपसुआ’
’वि०क्षे०-धनौरा, जनपद-अमरोहा’