सीबीएसई डीसी से डाॅ. दीपक अग्रवाल की विशेष वार्ता
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
कंेद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद के जिला समन्वयक और ब्लू बर्डस इंटरनेशनल स्कूल मंडी धनौरा के प्रबंधक राहुल अग्रवाल का मानना है कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। छात्र और छात्राओं को मेहनत और लगन को ही सफलता हासिल करने का मंत्र बनाना चाहिए। प्रतिभा सभी के भीतर छिपी होती है जरूरत उसे निखारने कीे होती है स्कूल मंच प्रदान कराते हैं और प्रतिभा को निखरने का मौका देते हैं। स्कूल संग मेहनत तो छात्र-छात्राओं को हीे करनी होगी।
जिले में शिक्षा को दिशा प्रदान करने में राहुल अग्रवाल का अतुलनीय योगदान है वह जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित तहसील धनौरा में ब्लू बर्डस इंटरनेशनल स्कूल के माध्यम से शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। सन शाइन न्यूज के प्रभारी डाॅ. दीपक अग्रवाल ने उनसे उनके संघर्ष और भविष्य की प्लानिंग को लेकर विस्तार से वार्ता की। पेश हैं उसके प्रमुख अंशः
धनौरा में हुआ जन्म
राहुल अग्रवाल का जन्म 29 जून 1976 को धनौरा में हुआ। आपके पिता स्व. विजय कुमार आर्य थे और माता श्रीमती मीना आर्य हैं। बचपन में ही आपके सिर से पिता का साया उठ गया। अक्टूबर 1978 में उनका देहांत हो गया था। माता जी ने ही संघर्ष करते हुए उनकी और छोटे भाई वैभव अग्रवाल की परवरिश की।
विभिन्न शहरों में शिक्षा प्राप्त की
राहुल अग्रवाल ने नर्सरी से कक्षा 4 तक की शिक्षा एसडीए मिशन स्कूल धनौरा से, कक्षा 8 तक की शिक्षा एमपीएस मुरादाबाद से और कक्षा 9 से 12 तक की शिक्षा राष्ट्रीय इंटर कालेज धनौरा से हासिल की। एमआईटी औरंगाबाद महाराष्ट्र से वर्ष 1998 में कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। आईएमटी गाजियाबाद से पीजी डिप्लोमा मैनेजमंेट
और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी से एमएसडब्ल्यू की डिग्री हासिल की।
वर्ष 2008 से ब्लू बर्डस इंटरनेशनल स्कूल का संचालन
राहुल अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 1998 से 2007 तक उन्होंने पेट्रोल पंप का संचालन किया। फिर धनौरा में स्कूल के अभाव को महसूस करते हुए अप्रैल 2007 से ब्लू बर्डस इंटरनेशनल स्कूल की नींव रखी। फरवरी 2008 से इसका संचालन शुरू किया। वर्ष 2010 में कक्षा 10 और वर्ष 2011 में कक्षा 12 के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। करीब दस साल के अल्पकाल में स्कूल जिले का सिरमौर बन गया। हर वर्ष कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्र-छात्राएं जिले के टाॅपरों की सूची में शामिल रहते हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में शहीदांे के बच्चांे और शारीरिक विकलांग बच्चों को निशुल्क पढ़ाया जाता है गरीब मेधावी छात्र-छात्राओं को भी रियायत प्रदान की जाती है। अस्पताल का संचालन भी उनकी प्लानिंग में है।
स्कूल संचालन में पत्नी राखी का भी योगदान
उन्होंने बताया कि पत्नी श्रीमती राखी अग्रवाल भी स्कूल संचालन में सहयोग करती हैं। वह स्कूल की एकडमिक निदेशक हैं। उनका बेटा कुंज अग्रवाल श्रीगुरु रामराय मेडिकल कालेज देहरादून में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। बेटी केशवी अग्रवाल महारानी गायत्री देवी गल्र्स स्कूल जयपुर में कक्षा 8 में अध्ययरत है।
समाजसेवा में भी अग्रणी
राहुल अग्रवाल समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बताया कि वह नारायण एजुकेशन सोसाइटी के तहत समाजसेवा के कार्य करते हैं। समय समय पर नेत्र शिविर और चिकित्सा कैंप का आयोजन करते हैं। गंगा सेवा समिति धनौरा को डैडबाॅडी फ्रिजर और अग्रवाल समाज धनौरा को एंबुलेंस उपलब्ध कराई है। सीबीएसई की जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी स्कूल में कराते हैं।
जल संरक्षण का संदेश
राहुल अग्रवाल समाज को जल संरक्षण का संदेश देते हैं। उनका मानना है कि जिसे हम उत्पन्न नहीं कर सकते हैं उसका अधिक दोहन करने का अधिकार भी नहीं है। उनका मानना है कि हमें फिजूलखर्ची और शानशौकत से भी दूर रहना चाहिए।
वह स्वीकर करते हैं कि बच्चों को संस्कारों की शिक्षा देने की जरूरत है। संस्कारों की शिक्षा देने मंे परिवार का बड़ा योगदान होता है। बच्चांे को माता-पिता संग सभी बड़ों का सम्मान करना चाहिए।
बच्चे पढ़ने की प्रवृत्ति बढ़ाएं
उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ने की प्रवृत्ति बढ़ानी चाहिए। सोशल मीडिया का कम से कम उपयोग करना चाहिए। गौरवशाली इतिहास को याद रखना चाहिए। धार्मिक ग्रंथ अवश्य पढ़ना चाहिए। फिट इंडिया अभियान को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि नियमित एक्सरसाइज और योग पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।