डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। ( सनशाइन न्यूज)
जनपद अमरोहा के लोकप्रिय जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने अब जिलेवासियांे को खुले मंे कचरा फंेकने से मुक्ति दिलाने की कवायद शुरू कर दी है।
लापरवाही पर रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी
28 नवंबर को जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने कलेक्टेªट सभाकक्ष में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नियमावली-2016 को क्रियाशील रखने के सम्बन्ध में सभी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन पर कोई ठोस कार्यवाही न होने पर सभी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायतों को नाराजगी के साथ कड़ें निर्देश दिये। उन्होनें कहा सभी नगर पालिका/नगर पंचायतें ठोस अपशिष्ट कचरा प्रबंधन के लिये जमीन का तत्काल चिन्हिकरण कर लें। साथ हीे अभी तक जो कार्यवाही की गई है, उसकी सूचना निर्धारित प्रारूप पर तत्काल उपलब्ध कराने के आदेश दिए। उन्होेंने लापरवाही पर रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दी।
बैठक में न आने पर ईओ उझारी का स्पष्टीकरण
उन्होनें कहा कि प्रत्येक माह नगर पालिका/नगर पंचायतें पाॅलीथीन रोक पर प्रभावी कदम उठायें, सभी नगर पालिका/नगर पंचायतें यह सुनिश्चित करें कि गीले कचरें के द्वारा जो कम्पोस्ट खाद बनायी जाती है, उस पर बिना किसी लापरवाही और विलम्ब के कार्य प्रारम्भ हो जाये। अधिशसी अधिकारी उझारी के बैठक में अनुपसिथत होने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण के निर्देश दिये।
डीएफओ करेंगे भ्रमण
जिलाधिकारी ने जिला वनाधिकारी को निर्देशित किया कि सभी नगर पालिका/नगर पंचायतों में भ्रमण कर कार्यवाही से अवगत कराएं। उन्होनें कहा कि जिले के अस्पतालों, नर्सिंग होम, क्लीनिक व जांच घर आदि से फेंके जाने वाले जैव चिकित्सा के कचरों की सही व्यवस्था नहीं होने की बात सामने आयी है, अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली 2016 के प्रावधानों का अनुपालन जनपद में स्थित समस्त अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिक व जांच घर अवश्य करें।
खुले में फंेका कचरा तो होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी ने कहा कि शहरी क्षेत्र में कोई भी खुले में कचरा नहीं फेंक सकेगा, ऐसा करने वाले कानून के शिकंजे में होंगे। उनको भारी जुर्माना भरना पड़ेगा। खुले में कचरा फेंकने पर रोक लगाने की दिशा में यह निर्णय बेहद ही कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्वयं उत्पन्न ठोस कचरे को अपने परिसर के बाहर सड़कों, खुले सार्वजनिक स्थलों पर, या नाली में, या जलीय क्षेत्रों में न तो फेंकेगा, या जलाएगा अथवा न ही दफनाएगा।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रमेश चन्द्र शर्मा, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के अधिकारी, जिला वनाधिकारी आदि सहित सम्बन्धित अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।