डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। ( सन शाइन न्यूज)
गायत्री परिवार जनपद अमरोहा के जिला गायत्री चेतना केंद्र बादशाहपुर में 17 नवंबर को सुबह 9 बजे विश्व मे शांति की स्थापना हेतु गायत्री महायज्ञ का आयोजन शांतिकुंज हरिद्वार केंद्र से आयी टोली ने संगीतमय वातावरण में कराया।
यज्ञ वह कर्म है जो मानव को मोक्ष की ओर ले जाता
टोलीनायक आचार्य राजकुमार भृगु ने भारतीय संस्कृति मंे यज्ञ की महत्ता का वर्णन करते हुए कहा कि यज्ञ श्रेष्ठ कर्म को कहते हैं यज्ञ का अर्थ है त्याग समर्पण , यज्ञ वह कर्म है जो मानव को मोक्ष की ओर ले जाता हैं यदि मानव अपने जीवन मे अपने कर्म को यज्ञ भाव से करता है तो उसका वही कर्म श्रेष्ठ कर्म बन जाता है। यज्ञ अनेक प्रकार के होते हैं आज जो यज्ञ किया जा रहा है वह अग्निहोत्र यज्ञ है यज्ञ मे हम अपना कुछ न कुछ समर्पित करते है अर्थात जो अपने पास है उसका समर्पण हम यज्ञकुंड मे करते हैं तथा गायत्री मंत्र के साथ स्वाहा बोलते हुए छोडते हैं। टोली मंे गायक शुभम ने प्रज्ञा गीत हारमोनियम के साथ गाये। तबला वादक हरि सिहं ने उनका सहयोग किया तथा उपस्थित श्रद्दालुओ का मन मोह लिया । तदुपरांत निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दोपहर एक बजे से पावन प्रज्ञा पुराण कथा का वाचन संगीतमय वातावरण में टोली नायक प्रज्ञा पुत्र राजकुमार भृगु ने किया।
टोली का स्वागत व अभिनंदन
टोली का स्वागत व अभिनंदन संदीप गोयल,विजय सिंह,. डी.एन.शर्मा, चन्द्रशेखर, ने तिलक चंदन लगाकर फूल माला पहनाकर किया। इस अवसर पर प्रमुख रुप से मुख्य प्रबंध ट्रस्टी तुलसी राम दूबे, धर्मवीर शर्मा,संजय गोयल,भारत सिंह, श्रीमति संयुक्ता चैहान, मनीष चैहान, रामनिवास चैहान, भोलूसिहं चैहान,अनिल शर्मा, नवीन त्यागी एडवोकेट, पुरूषोत्तम शर्मा, आचार्य महारुद्र, शिवानंद, पूरनसिंह चैहान,कुसुम लता त्यागी, राजपाल सिंह आदि हजारों श्रद्धालु रहे जिन्होंने अपना सहयोग दिया।