डाॅं. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। (सन शाइन न्यूज)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट पेचेंदगी भरा है। शिक्षक और सरकारी कर्मचारी आयकर में छूट का सपना संजोय थे लेकिन क्या छूट की गई वह उनके सिर से गुजर गई। हालांकि सोशल मीडिया पर दिग्गज बजट की समीक्षा पर समीक्षा पेश कर बारीकियां समझाने मंे जुटे हैं।
आशापूर्ण नहीं बजटः डाॅ. सुधांश शर्मा
वित्त मंत्री द्वारा दिया गया बजट इसीलिए आशापूर्ण नहीं कहा जा सकता क्योंकि आयकर स्लैब में परिवर्तन जो दिया गया है वह इस आधार पर है कि किसी भी प्रकार की छूट जो पिछले बजट के अनुरूप दी जाती थी वह नहीं मिलेगी केवल घर बनाने के लिए ब्याज की डेढ़ लाख रुपए की छूट के अतिरिक्त। इसलिए नए बजट को पुराने बजट की तुलना में अच्छा नहीं माना जा सकता । हां ढाई लाख तक पहले बजट में जो कर छूट थी उसे इस बजट में 500000 तक कर मुक्त कर दिया गया है वह छूट जरूर इस प्रकार की है जिससे साधारण व्यक्ति को जो करदाता है उसको लाभ पहुंच सकता है परन्तु जैसे ही वह यह लाभ लेगा तो पिछले बजट की तरह कोई छूट नहीं ले पायेगा जिससे उसे भी कोई लाभ नहीं पहुंच पायेगा । यद्यपि देश के विकास के लिए बहुत सारी योजनाएं वित्त मंत्री द्वारा घोषित की गई हैं जो विकास में सहयोग पहुंचाएगी । एक विशेष बात यह भी है कि इस बजट में व्यक्ति, महिला एवं वृद्ध नागरिक सभी को एक श्रेणी में रखते हुए बजट की स्लैब निर्धारित की गई है जबकि पिछले बजट में तीनों को अलग अलग श्रेणी में दिखाते हुए उनकी स्लैब का निर्धारण किया गया था । रोजगार पर कोई विशेष नीति सरकार ने स्पष्ट नहीं की है तथा एलआईसी ,आईडीबीआई को प्राइवेट सेक्टर में दिए जाने से जनता का विश्वास सरकार से उठ जाएगा एयर इंडिया, बीएसएनएल को भी प्राइवेट सेक्टर में दिए जाने की योजना पहले से है ही । अतः जब सरकारी उपक्रम प्राइवेट सेक्टर को दे दिए जाएंगे तो जनता सरकार के प्रति विश्वास कैसे जागृत कर पाएगी इसलिए यह अच्छा बजट नहीं माना जा सकता क्योंकि इसमें सभी छूटों को जो पिछले बजट में में दी जाती रही हैं उन्हें समाप्त कर दिया गया है । (पूर्व प्राचार्य जेएस हिंदू पीजी कालेज अमरोहा)
महिलाओं के लिए कोई छूट नहीं: डाॅ. बीना शर्मा
वित्त मंत्री द्वारा आज प्रस्तुत किए गए बजट में महिलाओं के लिए कोई विशेष छूट का प्रावधान नहीं किया गया पहले के बजट में महिलाओं के लिए टैक्स स्लैब में अलग से प्रावधान किया जाता था जो इस बार नहीं है साथ ही रसोई अथवा महिलाओं के प्रसाधन सामग्री के लिए मात्र 4 परसेंट छूट का ही प्रावधान दिया गया है जो कामकाजी महिलाओं के लिए बहुत कम है इसीलिए बजट को बहुत सराहनीय नहीं कहा जा सकता है। (वाणिज्य विभाग जेएस हिंदू पीजी कालेज अमरोहा)
बजट सराहनीय: सुरमित कुमार गुप्ता एडवोकेट
बजट 2020, युवाओं को रोजगारन्मुखी , मध्यमवर्गीय एवं निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों की छोटी-छोटी बचत को बैंकों में सुरक्षित बनाते हुए 500000 तक की रकम को सुरक्षित किया गया , पर्यटन में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, सामरिक सुरक्षा एवं ग्रामीण अंचल तक दूरसंचार व्यवस्था सुदृढ़ होगी, 6 करोड़ 11लाख से अधिक किसानों को बीमा योजना का लाभ मिलेगा, प्रत्येक वर्ग को लाभान्वित करने एवं भारतवर्ष की अर्थव्यवस्था मजबूत करने वाला, बहुत ही सराहनीय है।
।