डाॅं. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। (सन शाइन न्यूज)
नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर के सहायतार्थ एवं यजमान मुदित, श्रीमती रश्मि, अमीपाल द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर पूज्य कथावाचक डॉ. संजय कृष्ण सलिल महाराज ने कहा कि जरूरतमंदों की सेवा भी पूजा होती है। उन्होंने सभी को नर सेवा नारायण सेवा का महत्व समझाया।
भगवत समर्पण से मिलती मुक्ति
संत प्रवर ने भागवत के प्रथम श्लोक में सत्य की वंदना की और साथ ही बताया कि पावन चरित्र नारद द्वारा प्रेरित करने पर वेदव्यास ने दिव्य भागवत की रचना की। शुकदेव द्वारा परीक्षित का मोक्ष की दिशा, कुन्ती स्तुति की कथा, भीष्म पितामह के चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि जैसे पितामह ने अपनी बुद्धि रूपी बेटी को भगवान के चरणों में समर्पित कर भागवत धाम की प्राप्ति की, उसी प्रकार श्रोताओं को भगवत समर्पण में रहने का मार्ग बताया। अनेक सुंदर भजनों को सुनकर श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गए।
नारायण सेवा संस्थान की सेवा को आगे आएं
कथा में पधारे जगदीश, आशीष, विजय, सुशील, अनुराधा, गिरीश, राजो, स्वाती, उषा चंडोक, सुषमा, सुधीर नारायण, राजेन्द्र, हरीमोहन, मुकेश एवं श्री हरेकृष्ण प्रचार समिति के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन किया गया। गुरु खंडसारी संस्था के अध्यक्ष अरविंद एवं नरेंद्र द्वारा विकलांग बच्चों को प्रोत्साहित और सम्मानित किया गया। नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर के स्थानीय प्रभारी लाल सिंह भाटी ने बताया कि इस अवसर पर नगर के गणमान्य लोगों ने नारायण सेवा संस्थान में अनेक सेवा प्रकल्पों में अपनी सेवाएं दी।