डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज )
जस्टिस फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनु शर्मा (एडवोकेट) ने कोरोना संक्रमणीय वैश्विक विपदा की घड़ी में सरकार से मांग करते हुए कहा कि ऐसे संकट के समय में बच्चों की अप्रैल से जून तक (3 माह) की फीस माफ करे, साथ ही कमर्शियल एवं घरेलू बिजली के उपभोक्ताओं के भी 3 माह के बिलों को सरकार माफ करे। ताकि नागरिकों पर अनुचित आर्थिक दबाव ना बन पाए ।
उनका कहना है कि देश में कोरोना कोविड-19 महामारी की वजह से पूरे देश में अब तक 57 दिन का लॉकडाउन घोषित है । लोगों के व्यापार व कारोबार बंद हैं, इस कारण लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं । लोगों में परिवार का भरण पोषण व जीवन यापन का संकट है,ऐसी विपदा की घड़ी में प्रदेश के निजी स्कूलों के मालिक अभिभावकों से फीस जमा करने के लिए लगातार मैसेज भेज रहे हैं व उन पर उसे जमा कराने का अनावश्यक दबाव भी बना रहे हैं । जो सरासर अनुचित है । ऐसी शिकायतें भी आ रही हैं कि स्कूल बच्चों के कोर्स की किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को कमीशन पाने की खातिर बुकसेलर्स का नाम भी बता रहे है ।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार से हमारा अनुरोध है कि प्रदेश में जितने भी प्राइवेट स्कूल हैं, उन्हें यह निर्देशित किया जाए कि वे अप्रैल से जून तक (3 महीनों) तक स्कूलों की फीस ना वसूलें । निजी स्कूलों के संचालकों को जो फीस जमा कराने को लेकर अभिभावकों पर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं, उन्हें रोका जाए। विपदा कालीन इस राष्ट्रीय बंदी की वजह से लोगों के सामने परिवार का भरण पोषण एवं जीवन यापन का संकट है और इस घड़ी में बिजली का बिल व बच्चों की फीस जमा कर पाने में उन्हें अपार परेशानी होगी ।
जस्टिस फाऊंडेशन के अध्यक्ष मनु शर्मा (एडवोकेट) ने कहा कि उनकी अमरोहा के नागरिकों से अपील है कि वे सरकार के सभी दिशा निर्देशों का पालन करें और अपने घरों से अनावश्यक बाहर न निकलें व लॉकडाउन का पूरी तन्मयता से पालन करें । इस कोरोना वायरस कोविड-19 जनित संक्रमणीय विपदा कालीन समय में शासन व प्रशासन की मंशा के अनुरूप आचरण करें ।