डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज )
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ हसनपुर के ब्लॉक मंत्री इरशाद अली इदरीसी ने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर देश में लाॅकडाउन घोषित है। लाॅकडाउन के कारण दशकों बाद पर्यावरण स्वच्छ हुआ है। दरअसल लाॅकडाउन के सहारे प्रकृति ने सारी दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है।
उन्होंने बताया कि अगर इस संदेश को समझे तो पाएंगे कि दुनिया के अधिकांश शहरों में सांस तोड़ती हवा साफ हुई है। हर समय धुएँ से काला रहने वाला बड़े महानगरों का आसमान नीला दिखाई देने लगा है और कल कारखानों के बंद होने से उनका कचरा और गंदा पानी नदियों में नहीं जा रहा। लिहाजा नदियों का जल साफ दिखाई दे रहा है। आधुनिकता की दौड़ ने पिछले कुछ दशकों में गांवों और शहरों के बीच एक असंतुलन बना दिया है साथ ही वायुमंडल में मौजूद गैसों का संतुलन भी बिगड़ चुका है।
लाॅकडाउन के चलते देश के महानगरों में वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण में भारी गिरावट आई है। हालांकि यह स्थिति कुछ ही दिनों के लिए है लेकिन पर्यावरणविद इसे प्रकृति संरक्षण के लिए एक अच्छी पहल मान रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मार्च के महीने में 24 तारीख को 21दिन के लिए लाॅकडाउन की घोषणा की थी। मोदी जी द्वारा उठाया गया यह एक ऐतिहासिक कदम था और उन्होंने ऐसा कोरोना नामक महामारी से देश को बचाने के लिए किया। कोरोना संक्रमण में आशानुरूप सुधार न होने की दशा में प्रधानमंत्री ने उसके बाद दो बार और लाॅकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार भी कोरोना को हराने के लिए प्रतिबद्ध है और पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि का निर्माण जारी है। ऐसे में सभी से अपील है कि लाॅकडाउन का पूर्ण रूप से पालन करते हुए सामाजिक दूरी बनाने की कोशिश करें और प्रकृति के संरक्षण में सहयोग करें। घर में रहें, स्वस्थ रहें और कोरोना को हराने में भागीदार बनें।