डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय कोषाध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षक विधायक सुभाष चन्द्र शर्मा ने बताया है कि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दिखाये मार्ग का अनुसरण करते हुये मूल्याँकन केन्द्रों पर जाकर मूल्याँकन करने के आदेश का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
सीबीएसई की तरह घरांे पर ही मूल्यांकन
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ लगातार अनुरोध करता रहा है कि सी.बी.एस.ई.की भाँति घरों पर उत्तर पुस्तकें भेज कर मूल्याँकन कराया जाये । सरकार ने इस अनुरोध को ठुकराकर मूल्याँकन केन्द्रों पर जाकर ही मूल्याँकन करने के अपने निर्णय को सम्मान का प्रश्न बनाकर बाध्यता के रूप में लागू कर दिया। जानकारी मिली है कि 19 मई से रेड जोन में भी मूल्याँकन कार्य मूल्याँकन केन्द्रों पर ही सम्पन्न कराया जायेगा । इस आदेश के प्रतिरोध स्वरूप बहिष्कार का यह निर्णय लेने की बाध्यता हुई।
शिक्षकों के प्रति सरकार संवेदनहीनः डॉ. जीपी सिंह
संघ के अमरोहा जिलाध्यक्ष डॉ. जीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कामगारों के प्रति सम्वेदना प्रदर्शित करते हुये अपने 12 घण्टे कार्य कराने के आदेश को वापस लेकर पुनः 8 घण्टे काम लेने की घोषणा कर चुके हैं। दूसरी ओर शिक्षकों के परिवारों के प्रति सरकार की संवेदनहीनता का प्रदर्शन स्पष्ट हो रहा है। यह भी सर्वविदित है कि एक व्यक्ति के संक्रमित होने के पर परिवार के प्रत्येक व्यक्ति के संक्रमित होने की सम्भावना बन जाती है। कोरोना के लगातार बढ़ते प्रकोप को कोई भी शक्ति अभी तक सीमांकित नहीं कर पा रही है।
मूल्याँकन केन्द्रों तक पहुँचने के लिये लॉकडाउन की परिस्थिति में कोई वाहन भी उपलब्ध नही है। शिक्षिकाओं के लिये मूल्याँकन केन्द्र पर पहुँचने के लिये अनेक बाधायें और व्यवधान सभी बड़े नगरों में स्पष्ट हैं।
संगठन के जिलामंत्री अतुल कुमार शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ इस स्थिति के प्रति अनदेखी कदापि नही करेगा। इसीलिये निर्णय लिया गया है कि संगठन शिक्षकों की सेवा सुरक्षा के प्रति जागरूक एवं सचेत रहे और इस सन्दर्भ में उन्हे आश्वस्त करे कि सम्पूर्ण शिक्षक समाज उनके साथ है । इसी आधार पर संगठन शिक्षकों से अपील करता है कि वह अपनी और अपने परिवार की रक्षा के प्रति जागरूकता का प्रदर्शन करते हुये सविनय अवज्ञा आन्दोलन में सहभागी बने ।