डाॅं. दीपक अग्रवाल
अमरोहा। (सनशाइन न्यूज)
सही दिशा निर्धारित कर,आगे बढ़ें
यदि आप जीवन में सफलता से दूर है तो इसके कारणों पर विचार कीजिए कि कमी कहाँ रह गयी है । इसलिए रुक कर जरा सोचिए।
लगातार असफलता का कारण यह भी होता है कि हम सही दिशा में कार्य नहीं कर रहे होते हैं। कभी कभी ठहर कर अपनी दिशा के बारे में सोचना भी उचित होता है कि क्या वह सही है। इसको एक कहानी से समझते हैं- रामू नाम का एक लकड़हारा 5 साल से एक मालिक के साथ काम कर रहा था। वह पूरी मेहनत से अपने कार्य को करता था। उसके मालिक ने भीमा नाम के एक लकड़हारे को भी काम पर रखा। उसके मालिक ने 1 साल के भीतर ही भीमा को तरक्की दे दी। रामू को बहुत दुख हुआ, उसने अपने मालिक से इसका कारण पूछा। तब मालिक ने कहा कि तुम अब भी उतने ही पेड़ काटते हो, जितने 5 साल पहले काटते थे। अगर तुम अधिक पेड़ काटने लगो तो तुम्हे भी तरक्की दे दी जाएगी। उसके बाद रामू और भी अधिक मेहनत करने लगा। वह ज्यादा देर तक पेड़ काटने लगा बावजूद इसके वह ज्यादा पेड़ नही काट सका। उसने अपनी परेशानी मालिक को बताई। मालिक ने कहा कि भीमा से बात कर लो, शायद वह तुम्हे बता पाए। रामू ने भीमा से पूछा कि तुम इतने ज्यादा पेड़ कैसे काट लेते हो।भीमा ने जवाब दिया कि मैं हर पेड़ काटने के बाद काम रोक देता हूं और अपनी कुल्हाड़ी की धार तेज करता हूं।
इसलिए हमें अपने जीवन मे भी कुल्हाड़ी की धार तेज करने के लिए रुकना चाहिए। छोटी सी चूक हो सकता है आपको सफलता से दूर कर रही हो। अतः इस पर विचार करना आवश्यक है। जब आप सही दिशा में होंगे तब आपको धीरे धीरे सफलता मिलनी भी आरम्भ हो जाएगी। सही दिशा निर्धारण के लिए पहले हमें सोच विचार कर अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा, उसके बाद उस तक पहुंचने के सारे विकल्पों पर विचार कर, उपयुक्त विकल्प का चयन करना होगा।
आगे बढ़ने से पहले पूर्ण तैयारी करें भलीभाँति जान ले कि आपको जाना किस दिशा में है। व्यवस्थित योजना ही आपको सफलता के द्वार तक पहुंचा सकती है। इसी के साथ रोज स्वयं को सकारात्मक विचारों की खुराक देकर अपने आप को अंदर से इतना मजबूत कर लें कि निराशा आपको छू भी न सके। जिस तरह हमारे शरीर को प्रतिदिन अच्छे खाने की जरूरत होती है, उसी तरह हमारे मस्तिष्क को भी हर रोज अच्छे विचारों की जरूरत होती है। सही दिशा में रहने के लिए हमें अपने मस्तिष्क को शुद्ध तथा सकारात्मक सोच देनी होगी। अपने अन्दर सकारात्मकता को सुदृढ करें। अतः सही दिशा और सकारात्मक नजरिया अपनाकर आप जिंदगी की इस दौड़ में आगे बढ़ते चले जायेंगे। और निश्चित रूप से सफलता एक दिन आपके कदम चूमेगी।
लेखिकाः प्रीति चैधरी, शिक्षिका
राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज,
हसनपुर, जनपद अमरोहा।