डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने पालतू पशुओं की टैगिंग कराने साथ ही आदेशित किया है कि अगर कोई टैगिंग पालतू पशु बाहर घूमते मिलता है तो पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर की कार्यवाही करके पशुपालक को जेल भेजा जाए।
कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक
5 जून को डीएम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में पशुपालन विभाग से संबंधित बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने बेसहारा गोवंश पशुओं को चारा पानी भूसा दवाई व उनके रखरखाव के संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से बिंदुवार जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में कोई भी पशु बाहर नहीं दिखना चाहिए। सभी को गौशाला में संरक्षित किया जाए।
दुर्घटना में पशु के मरने पर अफसरांे पर कार्रवाई
उन्होंने कहा कि जनपद अमरोहा के कोई भी नागरिक यदि पालतू पशु जो दूध देने के बाद बाहर छोड़ देता है तो उसे पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर की कार्यवाही करके जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पशु चिकित्सा अधिकारी को पशु क्रूरता अधिनियम में कम से कम 05 एफआईआर कराना अनिवार्य है । उन्होंने कहा कि बाहर घूमने वाला पशु किसी भी कारण से गोकशी जहर या मोटर वाहन के द्वारा दुर्घटना से मर जाता है तो संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारी व खंड विकास अधिकारी के खिलाफ गंभीर कार्यवाही की जाएगी ।
ईओ जोया का स्पष्टीकरण तलब
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक पशु की टैगिंग सत प्रतिशत होनी चाहिए यह कार्य आने वाले 15 दिन में अभियान चलाकर सुनिश्चित किया जाए व रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाय । टैगिंग किए गए पशु बाहर घूमते मिलते हैं तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाए इसका मतलब यह है कि वह अनावश्यक पशु को छोड़कर चराना चाहता है जिलाधिकारी ने जोया गौशाला का निर्माण कार्य पूरा न होने पर अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत जोया से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए।
30 जानवरों पर एक संरक्षक की नियुक्ति
उन्होंने कहा कि पशुओं के मरने पर संबंधित पशु चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने कहा कि 30 जानवरों पर एक संरक्षक अवश्य नियुक्त किया जाए पशुओं को हरा चारा दिया जाय । प्रत्येक गौशाला में समय-समय पर पशु चिकित्सा अधिकारी निरीक्षण करते रहे कोई भी पशु बीमार नहीं रहना चाहिए। उसका मौके पर जाकर इलाज किया जाय ।
इस मौके पर मौजूद रहे
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा, मुख्य विकास अधिकारी प्रहलाद सिंह, जिला विकास अधिकारी प्रदीप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे ।