डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
कोरोना काल मंे जब केंद्र और सूबे की सरकार ने 31 जुलाई तक शिक्षण संस्थाएं बंद कर दिए हैं। लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में टीचर्स को मौजूद रहने के आदेश हैं जबकि इंटर व डिग्री कालेजों के टीचरों के लिए ऐसे आदेश नहीं हैं।
पूर्व शिक्षक विधायक सुभाष चंद्र शर्मा और माध्यमिक शिक्षक संघ के
जिलाध्यक्षा डाॅ.जीपी सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अनलॉक-2 में प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी के पत्र- गोप. अनुभाग- 3 30 जून 2020 के बिंदु संख्या 2 (1) में वर्णित समस्त स्कूल, कॉलेज, शैक्षिक प्रशिक्षण कोचिंग संस्थान 31 जुलाई 2020 तक बंद रहेंगे । यद्यपि ऑनलाइन दूरस्थ शिक्षा हेतु अनुमति पूर्व की भांति जारी रहेगी। प्रमुख सचिव के निर्देश से स्पष्ट है कि सभी राजकीय माध्यमिक वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालय 31 जुलाई 2020 तक बंद रहेंगे तथा पूर्व की भांति घर पर रहकर ही ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे। समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में भी स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के आदेश है कि विद्यालय 31 जुलाई 2020 तक बंद रहेंगे।
उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार को भेजे ज्ञापन में उल्लेख किया है कि जनपद भर के सभी प्रधानाचार्य एवं शिक्षक असमंजस की स्थिति में है तथा उक्त आदेश के विपरीत तथा विभाग से किसी भी प्रकार के आदेश न होने की स्थिति में सभी शिक्षक एवं प्रधानाचार्य विद्यालय जाने को विवश हैं। शिक्षकों के विद्यालय जाने या न जाने के संबंध में विभाग ने अभी तक भी कोई आदेश नहीं किये हैं, जिससे भ्रम की स्थिति बनी हुई है जबकि जनपद पूर्व से ज्यादा कोरोना वायरस की चपेट में है तथा अमरोहा शहर में ही लगभग 10 से अधिक इलाके सील हैं। ऐसी स्थिति में अनावश्यक रूप से कोई भी शिक्षक या प्रधानाचार्य संक्रमण की चपेट में आ सकता है। अतः पत्र का संज्ञान लेते हुए शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यो को स्पष्ट आदेश देने की कृपा करें। अन्यथा सभी शिक्षक प्रधानाचार्य प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन के स्पष्ट निर्देश एवं मीडिया में प्रचारित सीएम के आदेश कि विद्यालय 31 जुलाई तक बंद रहेंगे के अनुपालन में सभी शिक्षक एवं प्रधानाचार्य पूर्व की भांति घर पर रहकर ऑनलाइन शिक्षण कार्य करेंगे।
ज्ञापन पर सुभाष चंद्र शर्मा, जिलाध्यक्ष डाॅ. जीपी सिंह, डॉ. राजवीर सिंह सदस्य प्रदेश कार्यकारिणी, अतुल कुमार शर्मा जिला मंत्री, गुरनाम सिंह जिला कोषाध्यक्ष आदि के हस्ताक्षर हैं।