डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने 10 अगस्त को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की सफलता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि इस बार कृमि मुक्ति नाशक हेतु एल्बंेडाजॉल की गोली बच्चों का घर-घर जाकर खिलाई जाएगी।
कलेक्ट्रेट सभागार में बनी रणनीति
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी उमेश मिश्र की अध्यक्षता में 10 अगस्त से 20 अगस्त तक चलने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी कहा कि कृमि संक्रमण से बच्चों के पोषण स्तर एवं हिमोग्लोबिन स्तर पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है, जिससे बच्चों को शारीरिक एवं बौद्धिक विकास बाधित होती है।
शत प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाएं
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी बेहतर समन्वय करके अपनी भूमिका और जिम्मेदारी को समझकर अपने कार्य को पूर्ण करें और कृमि मुक्ति हेतु बच्चों को शत-प्रतिशत दवा खिलायें। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के प्रभावशाली क्रियांवयन हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय एवं सहयोग प्रदान करना विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करें। आवश्यकतानुसार एल्बेन्डाजाॅल की गोलियां तथा अन्य सामग्री स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त करना, एनडीडी के दिन बच्चों को दवा खिलाना तथा उसका आंकलन करना जो बच्चे बीमारी या फिर अनुपस्थिति के कारण छूट गए हो, उन्हें मॉप अप पर दवाई खिलाना, एनडीडी एवं माॅप अप दिवस के दिन प्लान बनाकर पर्यवेक्षण करना, कवरेज डेटा कीे समय पर रिपोर्टिंग और किसी भी लापरवाही बर्दाशत नही की जायेगी और एक भी बच्चा दवाई से बचना नहीं चाहिए।
19 वर्ष के बच्चों को खिलाई जाएगी गोली
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि एक से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि मुक्त करने हेतु आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा घर-घर जाकर दवाई खिलाई जायेगी। उन्होने बताया कि यह दवा 01-02 वर्ष के बच्चों को घोलकर आधी गोली खिलानी और 03 वर्ष से अधिक के बच्चों को चबाकर पूरी गोली खानी है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि इस दवा से कोई साइड इफैक्ट नहीं है।
इस अवसर पर मुख्य चिकिसाधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, सभी एमओआईसी, सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।