डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा में आमजन को कोरोना की मार से बचाने के लिए करोड़ों रुपया खर्च किया गया है। अमरोहा कलेक्ट्रेट में गठित प्रवासी सेल के माध्यम से अभी तक 5582 लोगों को 116 करोड़ का ऋण स्वीकृति किया जा चुका है।
सीएम योगी हर तबके का ख्याल रखा
भारत ही नहीं विश्व के कई देशों में भी कोरोन के कारण विकास धीमा हो गया है इसके चलते भारत के उत्तर प्रदेश में भी जो जीवन एक आदर्श रूप में चल रहा था वह पूरी तरह से पटरी से उतर गया था लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाकडाउन के बाद भी किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत का सामना प्रदेश वासियो को नहीं होने दिया। सूबे की सरकार ने हर तबके का ख्याल रखा है।
उत्तर प्रदेश के नागरिक को कोई समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए पूरी तरह से कोशिश की है सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार ने चाहे जिस क्षेत्र में लीजिए चाहे कृषक हों प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने से लेकर उनको रोजगार देने तक का काम किया है ।
कलेक्ट्रेट में रोजगार सेल सक्रिय
बात करें यदि जनपद अमरोहा की तो जनपद अमरोहा में भी अनेक प्रकार से लॉकडाउन के चलते बचाव कार्य किए गए हैं ऐसे प्रवासी मजदूरों को केवल 10 जून 2020 तक 87 लाख का ऋण स्वीकृत किया गया है 65000 मजदूरों को एक साथ काम दिया गया है रोजगार दिवस के रूप में 26 जून को मनाने के निर्देश दिए गए थे मनरेगा योजना के अंतर्गत अनेक कार्य कराए गए हैं जिला अस्पताल में ट्रू नेट मशीन लग जाने से संक्रमित की जांच करने में मदद मिली है व्यक्तियों को नमूना लेने में कोई देर नहीं लग रही है जनपद अमरोहा के जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने प्रवासियों को रोजगार देने के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक रोजगार सेल का भी गठन किया था जिसके तहत अनेक व्यक्तियों को अनेक प्रकार के ऋण दिया गया है। 13 जून 2020 को 80 लोगों को स्वरोजगार हेतु 1.4 करोड़ रुपए का ऋण वितरित किया गया था इसी प्रकार जो भी संक्रमित प्रवासी आए हैं उन्हें मुफ्त में इलाज किया गया है।
घर-घर जाकर गेहूं खरीद
मरीजों के जनरल वार्ड में आइसोलेशन के दौरान प्रति व्यक्ति हर दिन के हिसाब से 1800 रुपए का भुगतान अस्पताल को दिया है। हाईडिस्प्ले यूनिट में आइसोलेट किए जाने पर संक्रमित प्रवासियों पर प्रतिदिन रुपए 2700 और बिना वेंटीलेटर के आईसीयू में भर्ती करने पर रुपए 3600 का भुगतान किया गया है वेंटिलेटर वाली आईसीयू में भर्ती संक्रमित प्रवासियों पर शासन ने रुपए 45 00 खर्च करने का प्रावधान किया है । जिससे किसी भी किसी प्रकार का लॉकडाउन का प्रभाव ना पड़े इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीद घर-घर पहुंचकर करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए थे और मोबाइल क्रय केंद्र भी बनाये गए थे।
मनरेगाः 413133 मानव दिवस सृजित
15 अप्रैल से शुरू हुई गेहूं की खरीद का लक्ष्य 30 जून तक जनपद ने पूर्ण कर लिया था इससे किसान के गेहूं खरीद में किसी भी प्रकार का लॉक डाउन का प्रभाव नहीं पड़ा है। लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत काम देने के लिए जिले में 413133 मानव दिवस सृजित किए गए हैं 30 जून तक लक्ष्य पूरा करना रखा गया था और प्रति ग्राम पंचायत में 333 मानव दिवस सृजित किए गए हैं प्रति क्षेत्र पंचायत में 35500 मानव दिवस सृजित किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिले में इस प्रकार 2130000 मानव दिवस सृजित किये गए हैं और लॉकडाउन के कारण घर से बाहर फंसे बेसहारा लोगों और घुमंतू श्रमिकों के लिए आपदा नियंत्रण कक्ष उम्मीद की बड़ी किरण रहा है। दूसरे राज्यों व जिलों में फंसे अमरोहा के ं 2317 लोगों की बसों के जरिए घर वापसी हुई है। वहीं अमरोहा में फंसे 2190 प्रवासी लोगों को घर भिजवाया गया। 11740 घुमंतू श्रमिकों को चिन्हित कर उनका खर्च चलाने को एक करोड़ से अधिक की मदद की गई है।
बच्चों को 5.36 करोड़ कुकिंग कास्ट
वहीं प्रदेश सरकार ने जनपद अमरोहा के लिए स्कूली बच्चों को राशन और 5.63 करोड रुपए का कुकिंग कास्ट का भी प्रावधान किया है लॉकडाउन और गर्मी की छुट्टी के दौरान 128970 स्कूली बच्चों को 70 दिनों का राशन और मिड डे मील की कुकिंग कास्ट उपलब्ध कराई कराई गई है। प्राइमरी के बच्चों को 7.6 किलो और जूनियर हाई स्कूल के बच्चों को 11 . 40 किलो राशन का वितरण किया गया है।
पंजीकृत श्रमिकों को एक हजार रुपए मासिक भत्ता
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद अमरोहा के लिए राशन का वितरण 1 जून से शुरू किया गया है अंतोदय और पात्र गृहस्थी के 334444 कार्ड धारक और 1329151 यूनिट है पात्र गृहस्थी के ऐसे लोग जिनके पास मनरेगा जॉब कार्ड श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिक के अलावा आत्मनिर्भर भारत योजना में पंजीकृत श्रमिक भी चिन्हित हैं उनके परिवारों को राशन दिया गया है कोरोना के कारण घर बैठने वाले पंजीकृत श्रमिकों को सरकार रुपए 1000 मासिक भत्ता भी दिया है इसके लिए श्रम विभाग से आवेदन मांगे गए थे योजना के तहत जिले के 20247 श्रमिको को प्रथम बार लाभ मिला है इनमें मनरेगा में काम करने वाले श्रमिक भी शामिल हैं कोरोना रोकथाम एवं बचाव कार्यो के लिये प्रभावी कदम उठायें गये हैं। चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित कर उन्हे कोविड केयर सेण्टर पर तैनाती कर मरीजों का समुचित इलाज कराये जाने का कार्य उनके द्वारा किया जा रहा हैं। जनपद में कोविड केयर सेण्टर चिन्हित किये गये हैं जिला चिकित्सालय वर्तमान में सक्रिय हैं और सभी आवश्यक संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी हैं। भर्ती मरीजों को उनके दैनिक उपयोग के आवश्यक सामानों की उपलब्धता कराये जाने के साथ ही उच्च कोटि के भोजन एवं प्रतिरोधक क्षमता को बढावा देने के लिये काढा, नास्ता, ग्रीन टी आदि भी उन्हे उपलब्ध कराया जाता हैं।
निगरानी समितियां गठित
कोविड-19 की इस महामारी के रोकथाम के लिये ग्राम पंचायत न शहरी स्तर पर निगरानी समितियां गठित की गयी जिसके माध्यम से श्वाॅस व बुखार के मरीजों एवं बुजुर्गो को चिन्हित संदिग्धो का कोविड टेस्ट कराकर होम आइसोलेशन तथा कोविड केयर सेण्टर (एल-1) अस्पतालों में भेजकर इलाज कराया जाता हैं।
प्रत्येक निगरानी समिति को इन्फ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आक्सीमीटर ग्राम पंचायतांे के द्वारा उपलब्ध कराया गया हैं, जिससे मरीजों आक्सीजन प्रतिशत व तापमान की रिकार्डिंग ली जाती हैं । जनपद स्तर पर कोविड-19 हेतु एडवांस लाइफ सपोर्ट तथा बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंन्स समर्पिंत हैं जिससे ग्राम स्तर से पाजीटिव रोगियों को कोविड केयर सेण्टर पर निशुल्क लाया जाता हैं साथ ही जिन मरीजो को उच्च संस्थानों में संदर्भित किया जाता हैं उनको इसके द्वारा निशुल्क पहुचाया जाता हैं।
उपचार हेतु 11 मेडिकल टीम गठित
जनपद में मरीजों के उपचार हेतु 11 मेडिकल टीम गठित की गयी हैं, प्रत्येक टीम में चिकित्सको सहित अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की पर्य्याप्त सदस्यीय टीम लगायी गयी हैं जों शिफ्टवाइज 24 घण्टे अपनी सेवा देती हैं। उनके निवास के लिये जनपद स्तर पर होटल अधिग्रहित किये गये हैं। कोविड केयर सेण्टर हास्पीटल में रहने वाले मरीजों को उच्च कोटि का भोजन, काढा, नाश्ता, ग्रीन टी दिया जाता हैं तथा उनके दैनिक उपयोग के आवश्यक सभी सामान यथा चादर, तकिया, तौलिया, मास्क, सेनेटाइजर, चप्पल, मग, बाल्टी आदि निशुल्क उन्हे उपलब्ध कराये जाते हैं। साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था तथा मेडिकल इन्फेक्शन के रोकथाम हेतु प्रबंध किये गये हैं बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण हेतु सिलिकान गु्रप को अनुबंधित कर कराया जा रहा हैं जिसके अलावा नगर पालिका/पंचायत राज के सफाई कर्मियों की टीम लगायी गयी हैं एवं समय समय पर सेनेटाइजेशन का भी कार्य कराया जाता हैं। जिलाधिकरी ने यह भी कहा हैं कि कोविड केयर सेण्टर सहित सभी व्यवस्थाओं का समय समय पर निरीक्षण एवं प्रभावी अनुश्रवण कर आवश्यक निर्देश दिये जाते हैं, मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कोताही न हो इस पर विशेष रुप से ध्यान रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य जुडे विभागों को दिये गये हैं।
कलेक्ट्रेट में कोविड-19 कमाण्ड कंट्रोल रूम
इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मेघ सिंह ने व्यवस्थाओं के विवरण में बताया कि जनपद स्तर पर चिकित्सक, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स, एलटी, स्वीपर, वार्ड ब्वाय को कोविड-19 का बचाव रोकथाम का प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं एवं समय से समय पर रिफ्रेश भी उन्हे किया जाता हैं। वर्तमान में शहरी क्षेत्र में जिला अस्पताल एवं विकास भवन में कोविड-19 टेस्टिंग केन्द्र संचालित हैं तथा ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक न्यू पीएचसी एवं सीएचसी केन्द्रांे पर टेस्टिंग का कार्य किया जा रहा हैं। साथ ही जनपद में मेडिकल मोबाईल यूनिट भी लगायी गयी हैं जों सैम्पलिंग व चिन्हित करने का कार्य करते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कण्ट्रोल रुम में एवं कलेक्ट्रेट में कोविड-19 कमाण्ड कंट्रोल रूम सेण्टर स्थापित एवं क्रियाशील हैं। जो समय – समय पर निरीक्षण एवं अनुश्रवण करने का कार्य करती हैं।