डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
जिलेभर के माध्यमिक विद्यालय में लॉकडाउन की अवधि में ई-ज्ञानगंगा प्रोजक्ट के तहत वर्चुअल कक्षाओं के माध्यम से पठन-पाठन को अधिक प्रभावी बनाने और पर्यवेक्षण के लिए नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है। यह नोडल अधिकारी पठन-पाठन का अनुश्रवण करेंगे तथा प्रति सप्ताह समीक्षात्मक रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक को सौंपेंगे।
ई-गंगा प्रोजेक्ट के तहतः वर्चुअल कक्षाएं
कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन काल में विद्यालय बंद होने के कारण माध्यमिक शिक्षा विभाग ने नई पहल शुरू करते हुए प्रदेश भर में ई-गंगा प्रोजेक्ट के तहत 18 अगस्त से कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के लिए दूरदर्शन उत्तर प्रदेश और स्वयंप्रभा चैनल 22 पर नियमित रूप से वर्चुअल कक्षाएं शुरू की गई है ताकि सभी विद्यार्थी घर पर रहते हुए नियमित रूप से इस शैक्षणिक कार्यक्रम में भाग ले सकें।
दूरदर्शन उत्तर प्रदेश पर कक्षा 10 एवं 12 के विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं प्रारंभ की गई है जबकि स्वयं प्रभा चैनल 22 पर कक्षा 9 एवं 11 के विद्यार्थियों के लिए पठन-पाठन शुरू किया गया है। अमरोहा जिले में भी इस कार्यक्रम के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वह उक्त कार्यक्रम के बारे में अधिक से अधिक विद्यार्थियों को जागरूक करें ताकि उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से घर बैठे ही चल सके।
26 प्रधानाचार्य बनाए नोडल अधिकारी
जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने बताया कि कार्यक्रम को अधिक प्रभावी बनाने एवं पर्यवेक्षण के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है और नोडल अधिकारी की तैनाती की गई है। इसके साथ ही 26 प्रधानाचार्यों को विद्यालय आवंटित करते हुए नोडल अधिकारी नामित किया गया है। यह नोडल अधिकारी अपने से संबंधित सभी विद्यालयों में वर्चुअल कक्षाओं के बारे में प्रत्येक सप्ताह अपनी समीक्षात्मक रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक और कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराएंगे।
टीचर्स छात्रों की समस्याएं भी दूर करेंः जिविनि रामाज्ञा कुमार
उन्होंने बताया कि दूरदर्शन उत्तर प्रदेश और स्वयंप्रभा चैनल 22 पर नियमित रूप से प्रसारित होने वाली कक्षाओं का साप्ताहिक समय सारणी भी जारी की जा रही है ताकि विद्यार्थियों को पहले से ही यह मालूम रहे कि किस दिन किस विषय और अध्यायय की कक्षा संचालित की जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार ने बताया कि उक्त के संबंध में सभी प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों को निर्देशित किया जा चुका है कि वह नियमित रूप से उक्त कार्यक्रम के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करते रहे और सभी शिक्षक भी उक्त कार्यक्रम को देखते रहे तथा विद्यार्थियों को शिक्षण में किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर दूरभाष के माध्यम से उनकी समस्याएं दूर करते रहें।