डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
रंग-बिरंगे मेलों त्योहारों के इस देश की विविध संस्कृतियों को जीवंत रखने वाले भारत देश ने हमेशा गुलजार रहना सीख रखा है। टीम परवाज के उत्साही शिक्षकों ने भावों की आदरांजलि को शब्दों में पिरोकर शहीदों की स्मृति का ऑनलाइन मेला जुटा लिया और एक बार फिर प्रदेश भर के शिक्षकों ने स्वतंत्रता दिवस समारोहों की श्रृंखला के रूप में
23 अगस्त रविवार को आयोजित काव्य संगोष्ठी परवाज में स्वरचित कविता पाठ किया। इस संगोष्ठी में अमरोहा की शिक्षिका हेमा तिवारी की प्रस्तुति चलो उठो सवेरा हुआ ने समां बांध दिया।
मुख्य अतिथि बीएचयू के प्रोफेसर वशिष्ठ अनूप रहे
मुख्य अतिथि बीएचयू वाराणसी के हिंदी के प्रोफेसर वशिष्ठ अनूप रहे। कार्यक्रम का प्रारम्भ हमेशा की तरह गूगल मीट पर ठीक बारह बजे प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्य अतिथि एवं काव्य संगोष्ठी कार्यक्रम परवाज का संक्षिप्त परिचय सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय लखनऊ अब्दुल मुबीन द्वारा प्रस्तुत किया गया। इसी के साथ परवाज की ऑनलाइन काव्य पत्रिका छाप के विमोचन का गौरवपूर्ण श्रव्य-दृश्य चित्र प्रदर्शित किया गया।
शिक्षा निदेशक ने किया छाप का विमोचन
बताते चलें कि 22 अगस्त 2020 को शिक्षा निदेशक बेसिक डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने परवाज टीम के सम्पादक मंडल के द्वारा प्रकाशित ई मासिक पत्रिका छाप का विमोचन लखनऊ निदेशालय में किया। इस अवसर पर अब्दुल मुबीन सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक, गणेश कुमार संयुक्त शिक्षा निदेशक, अजय सिंह संयुक्त शिक्षा निदेशक, एसएन सिंह मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक बरेली की गरिमायी उपस्थित रहे। इसी विमोचन की कुछ झलकियां उपस्थित कवियों के समक्ष प्रदर्शित करते हुए कार्यक्रम की शमा रोशन हुई। शिक्षक साथी सुभाष तिवारी द्वारा रचित व पठित माँ सरस्वती की वंदना के साथ कार्यक्रम का विधिवत आगाज हुआ।
कार्यक्रम का सजीव प्रसारण यूट्यूब और फेसबुक पर भी होने के कारण प्रदेश भर से बहुत सारे दर्शक-श्रोता कार्यक्रम से अंत तक जुड़े रहे तथा कमेंट के माध्यम से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते रहे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद मऊ में जन्मे व लखीमपुर खीरी में कार्यरत शिक्षक जनार्दन पाण्डेय नाचीज द्वारा की गयी।
कार्यक्रम की तकनीकी टीम की भूमिका पूर्व की भांति जौनपुर के शिक्षक शिवम सिंह और लखनऊ के शिक्षक मंसूर अहमद द्वारा बखूबी निभाई गई।
परवाज की इस कड़ी में प्रदेशभर के चयनित प्रतिभागियों के साथ ही संयोजक मण्डल के सदस्य अखिलेश चंद्र पाण्डेय अखिल प्रतापगढ़ तथा जिला गौतम बुद्ध नगर से मृदुला शुक्ला ने भी कविता पाठ किया तथा सदन को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन संयोजक मण्डल सदस्या, संस्कृत-पीएचडी डॉ रेणु देवी हापुड़ व अजीम शायर व राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक अदील मंसूरी लखनऊ की जोड़ी द्वारा किया गया।
इन टीचर्स ने किया काव्य पाठ
काव्य पाठ करने वाले कवियों में शंकर कुमार रावत शेरवां कलाँ विकास क्षेत्र गड़वार बलिया ने नौ माह उस माँ न,े डॉ कंचनमाला त्रिपाठी नकटी देई कप्तानगंज बस्ती ने मंजिलें दूर हो रास्ते अजनवी, रचित विश्वकर्मा अकोहरी हिलौली उन्नाव ने लोग एक दूसरे से कटने तो थे ही, रमेश शुक्ल राही पुवायां शाहजहांपुर ने हम सच्चे हिंदुस्तानी, सुभाष चंद्र तिवारी अहमदपुर बनीकोडर बाराबंकी ने तुम्हारी वंदना कर यह चमन गुलजार हो जाये, वाणी शर्मा प्रावि गढ़ी गुलधर नगर क्षेत्र, गाजियाबाद ने स्त्रीत्व मेरी नजर से, अभिषेक शुक्ला लदपुरा ब्लॉक अमरिया जिला पीलीभीत ने ये भाग दौड़ के किस्से, कुमार सौष्ठव त्रिपाठी उकाथू ब्लॉक-धाता जनपद- फतेहपुर ने मैं जब भी लिखूँ भारत की जय जयकार लिखूँ
, अहमद रजा प्यारेपुर जरवल बहराइच ने रूबरू तेरे मैं सोने का निवाला कर दूं, आफताब आलम उपनाम-आलम गाजीपुरी सुल्तानपुर सिरकोनी जौनपुर ने जाम पर जाम मोहब्बत के पिलाते रहिये, गुलाम साबिर मर्यादा पट्टी नगर पंचायत भदोही
ने ये हमारा वतन ये हमारा वतन, इरफान बाराबंकवी हसनपुर टांडा फतेहपुर ने हर बशर अपने वतन का शादमां हो जाएगा, हेमा तिवारी अम्हेड़ा ब्लॉक-जोया अमरोहा ने चलो उठो अब हुआ सवेरा, दीप्ति मिश्रा मलिक पुर रजपुरा सम्भल ने मेरा देश मेरी आरजू, सर्वेश कुमार उपाध्याय गौहानी खुर्द तारन अयोध्या ने देश के नाम पाती, पूनम सिंह मुहम्मदपुर फूलबेहड़ खीरी ने नौनिहालों देश के जानो ये सभी, ममता अवस्थी प्रावि लुहारली ब्लॉक दादरी गौतमबुद्ध नगर, सुनील कुमार अवस्थी उप्रावि फुफई ब्लॉक बढ़पुरा जनपद इटावा, प्रदीप कुमार कौड़ीराम ब्लॉक कौड़ीराम गोरखपुर ने काव्य पाठ कर समां बांध दिया।
अंत मे सहायक निदेशक अब्दुल मुबीन ने संचालक एवं संयोजक मंडल के अन्य सदस्यों तथा समस्त प्रतिभागी शिक्षक/शिक्षिकाओं को धन्यवाद देकर कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की।