डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश। (सनशाइन न्यूज)
इस साल कोरोना महामारी के चलते अमरोहा में विश्व प्रसिद्ध मोहर्रम के जुलूस बरामद नहीं होंगे। यह फैसला उलेमाओं की मौजूदगी में अंजुमन तहफ्फुज-ए-अजादारी ने लिया है।जिस पर अंजुमन रजाकराने हुसैनी ने भी रजामंदी जताई है।
दुनियाभर में कोविड 19 के चलते इस साल मोहर्रम के जुलूस स्थगित कर दिए गए हैं। उलेमाओं की मौजूदगी में अंजुमन तहफ्फुज-ए-अजादारी ने इस बाबत अपना रूख साफ किया। वहीं, अंजुमन रजाकराने हुसैनी ने भी इस फैसले पर अपनी रजामंदी दी है।
कोरोना से बचाव को सचेत रहना जरूरी
शहर के मोहल्ला शफातपोता स्थित इमामबाड़े में 13 अगस्त को दोपहर एक बजे इस संबंध में चर्चा हुई। इमाम जुमा वल जमात मौलाना डॉ सैय्यद मोहम्मद सियादत नकवी ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते दुनियाभर के हालात सामने हैं। इस बीमारी ने तमाम जिंदगियों को निगल लिया है। इसके चलते तमाम धार्मिक आयोजन रद्द है। ऐसे में अजादाराने हुसैन को भी डब्ल्यूएचओ और केंद्र व प्रदेश सरकार की एडवाईजरी पर अमल करना है।
इमामबाड़ों को सेनिटाइज कराने की अपील
अंजुमन तहफ्फुज-ए-अजादारी के सदर हसन शुजा नकवी ने कहा कि पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत व मोहर्रम के जुलूस से संबंधित अंजुमन रजाकाराने हुसैनी के पदाधिकारियों, मातमी अंजुमनों तथा इमामबाड़ों के मुतावल्लियो से मशवरे के बाद फैसला लिया गया है कि इस बार मोहर्रम के जुलूस बरामद नहीं किये जाएंगे। इमामबाड़ों को सेनिटाइज कराने की अपील करते हुए उन्होंने मजलिसों का आयोजन ऑनलाइन करने की बात कही, कहा कि अजाखानों व मस्जिदों में एक वक्त में सिर्फ पांच लोग ही रहें, बिना मास्क लगाए लोगों को अंदर आने की इजाजत हरगिज न दें।
घरों में रहकर ही अजादारी करें
अंजुमन रजाकाराने हुसैनी के काईद सैय्यद गुलाम सज्जाद व जरनल सेकेट्री खुर्शीद हैदर जैदी ने भी घरों में रहकर अजादारी करने की अपील की। कहा कि मन्नती अलम, छोटे जुलूस व अन्य कोई भी आयोजन ऐसा न करें, जिसमें भीड़ इक्ट्ठा हो। बोले, आगे साल मोहर्रम के जुलूस अपनी पुरानी रिवायत के मुताबिक बरामद किए जाएंगे।
इस मौके पर मौजूद रहे
अंजुमन के तमाम पदाधिकारियों ने अजादाराने हुसैन से सरकारी गाइड लाइन पर अमल करने की अपील की। मौलाना कौसर मुज्तबा, मौलाना मुस्तफा वसीम, मौलाना एहसन अख्तर सरोश, अंजुमन तहफ्फुज-ए-अजादारी के सेकेट्री जिया एजाज नकवी, लियाकत अमरोहवी आदि मौजूद रहे।