डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
आदर्श समाज समिति राजस्थान द्वारा मशहूर साहित्यकार अमृता प्रीतम को श्रद्धांजलि देने के लिए, जिंदगी की एक शाम अमृता प्रीतम के नाम संयोजक धर्मपाल गांधी द्वारा अल्फाजों के अफसाने ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन/मुशायरे के रूप में आयोजित किया गया । जिसमें देश भर के कवि व कवित्रियों ने हिस्सा लिया ।
मैं अपने जिस्म में तुझको कहां तलाश करुं
अमरोहा से मुजाहिद चैधरी ने अमृता प्रीतम को श्रद्धांजलि देते हुए कहाः यहां तलाश करूं या वहां तलाश करूं । अजीब जंग है तुझको कहां तलाश करूं ।। मेरे वजूद में पिन्हां है फिर भी ओझल है । मैं अपने जिस्म में तुझको कहां तलाश करुं ।।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ बिहार उत्तर प्रदेश राजस्थान दिल्ली हरियाणा सहित दर्जनों प्रदेशों से कवि व कवियों ने अपनी अपनी देश भक्ति और श्रद्धांजलि स्वरुप रचनाएं प्रस्तुत कीं । जिनमें अलका अस्थाना, रेनू वर्मा, नीरज तिवारी ,रेनू मिश्रा ,महक जौनपुरी ,ललिता पाठक , शिवानी शुक्ला, राहुल धामा, अतुल पाठक, कमल धमीजा, शोभा सांगवान, संघमित्रा रायगुरु, रजनीश गोयल, रूपेश कुमार ,अशोक जोरासिया, सुनीता जैन, सूर्य मौर्या, महेंद्र मौसम उमा, शंकर पांडे आदि मुख्य हैं ।
निस्वार्थ रूप से साहित्य की सेवा का आह्वान
अंत में आयोजक धर्मपाल गांधी ने सभी साहित्यकारों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया । यह जानकारी देते हुए मुजाहिद चैधरी ने बताया कि दीप प्रज्ज्वलन और वंदना के बाद कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ रेनू राणा सांखला ने अमृता प्रीतम को विशिष्ट साहित्यकार बताते हुए सभी साहित्यकारों से उनका अनुसरण करने और निस्वार्थ रूप से साहित्य की सेवा करने का आह्वान किया । श्रीमती कंचन गुप्ता ए.डी.जे. जबलपुर ने भी उनके पद चिह्नांे पर चलते हुए निर्भीक रूप से हिंदी और साहित्य की सेवा करने की अपील की । कार्यक्रम की अध्यक्षता गोपाल शर्मा ने की । मुख्य अतिथि के रुप में डॉ.रेनू राणा सांखला तथा श्रीमती कंचन गुप्ता एडीजी जबलपुर ने कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि और रेणुका अरोड़ा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया । कई घंटे तक चले इस ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय मुशायरा व कवि सम्मेलन का संचालन अंशु पाल और अनुजा मिश्रा मनु ने संयुक्त रूप से किया ।