डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जेएस हिन्दू (पीजी) कालिज, अमरोहा के प्राचार्य डाॅ. वीबी बरतरिया ने पीपल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आध्यात्मिक क्षेत्र में पीपल को ऊर्जा का स्रोत माना गया है, इसके नीचे बैठकर गर्मी में ठंडक तथा जाड़ों में गर्माहट का एहसास होता है। इसमें प्राण शक्ति अधिक होती है। अपने आस-पास गांव में मानव जीवन को सुखी समृद्ध करने के लिए वृक्षारोपण करें।
कालेज मंे 17 सितंबर को एनएसएस के छात्र/छात्राओं द्वारा ‘विश्वकर्मा जयन्ती’ मनायी गयी। डाॅ. संयुक्ता देवी कार्यक्रम अधिकारी, नोडल प्र्रभारी डाॅ. पीयूष शर्मा के निर्देशन में विश्वकर्मा जयन्ती तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर पीपल के पौधे लगा कर वातावरण को सुरम्य, स्वच्छ और आक्सीजन युक्त बनाने का सन्देश दिया गया।
पीपल आत्मशक्ति का संचार करता
डाॅ. संयुक्ता देवी ने बताया कि विश्वकर्मा देवताओं के शिल्पकार कहे जाते हैं, उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन स्वावलम्बन, ज्ञान, श्रम और प्रगति की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर पीपल के पेड़ लगाये। पीपल आत्मशक्ति, आत्म चेतना का सूक्ष्म रूप में संचार करता है तथा रोग नाशक है। इसको देव तुल्य बताया गया है। अधिक से अधिक पीपल के पौधे लगा कर स्वस्थ वातावरण का निर्माण करें।
पीपल औषधीय गुणों से युक्त
डाॅ. पीयूष कुमार शर्मा ने कहा कि पीपल औषधीय गुणों से युक्त है। इस लिए इसे देवतुल्य माना गया है। अपने अपने जन्म पर छात्र पीपल का वृक्ष जरूर लगायें। इस अवसर पर डाॅ. संजय शाही ने कहा कि पीपल वातावरण को शुद्ध करता है। इस अवसर पर डाॅ. सविता राणा, डाॅ. आभा सिंह, छात्र- मौ. जीशान, फहमिद, बबीता, प्रियांजलि चैधरी, उसमान, वर्तिका, चैधरी, मोहित शर्मा, अमन, विमल प्रकाश, राहुल राणा, दिव्या आर्य आदि ने महाविद्यालय प्रांगण एवं अपने गांव में घर के आस पास पीपल के पौध लगाये।
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