डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संबंध में 14 सितंबर को 11 बजे से 12 बजे तक एक वेबिनार आयोजित की गई जिसमें राजकीय विद्यालयों के सभी प्रधानाचार्य एवं अध्यापकों ने प्रतिभाग किया। इस वेबिनार में केएच जैदी प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज अमरोहा ने बताया की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का पीडीएफ सभी प्रधानाचार्य को ग्रुप पर भेज दिया गया है उसको सभी प्रधानाचार्य एवं अध्यापक अध्ययन करें तथा प्रत्येक बिंदु को ध्यान से पढ़ें।
सुझाव भी आमंत्रित
यदि किसी बिंदु के संबंध में अपना कोई सुझाव देना चाहते हो तो आपका सुझाव भी आमंत्रित है उस सुझाव को विभाग को भेज दिया जाएगा । इस प्रकार के वेबिनार बराबर आयोजित किए जाते रहेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रचार प्रसार एवं क्रियान्वयन के लिए वेबीनार की सतत प्रक्रिया जारी रहेगी।
छात्रों के सर्वांगीण विकास का ध्यान
वेबिनार को मास्टर कर ट्रेनर अनुमेष कुमार ने संबोधित किया उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को छात्रों के सर्वांगीण विकास का ध्यान रखते हुए बनाया गया है इस नीति के अनुसार छात्रों में कुंठा कम होगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा ।प्रत्येक क्षेत्र में छात्र कामयाबी हासिल करेंगे। जो छात्र किसी कारण वंश उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकते उनको माध्यमिक शिक्षा के पश्चात रोजगार मिलेगा। इसी प्रकार छात्र अध्ययन करने वाले विषयों का चयन अपनी मर्जी से कर सकेंगे उन पर किसी प्रकार का कोई विषय थोपा नहीं जाएगा।
कक्षा 8 से ही व्यवसायिक शिक्षा
प्राथमिक शिक्षा में बच्चे खेल खेल में पढ़ाई को सीखेंगे बच्चों के प्रथम 3 वर्ष खेल में कला तथा पेंटिंग में संगीत एवं नाटक एवं अन्य गतिविधियों में बीतेंगे, उसके पश्चात दो वर्ष में वह कक्षा 1 और 2 पास करेंगे। इस समय छात्र की आयु 6 से 8 वर्ष होगी ।अगले 3 वर्ष में वे कक्षा 3 से 5 तक की पढ़ाई करेंगे, आयु वर्ग 8 से 11 वर्ष होगा। अगले 3 वर्ष में कक्षा 6 से 8 की पढ़ाई करेंगे आयु वर्ग 11 से 14 वर्ष होगा ।अगले 4 वर्ष में कक्षा 9 से 12 की पढ़ाई पूर्ण करेंगे आयु वर्ग 14 से 18 वर्ष होगा। कक्षा 8 से ही व्यवसायिक शिक्षा छात्रों को पढ़ने को मिलेगी। वह अपने मनपसंद ट्रेड में प्रवेश ले सकते कक्षा 12 करने के पश्चात ट्रेड सम्बन्धी व्यवसाय करने के लिए तैयार होंगे।
अध्ययन के पश्चात मनन करें
जनपद के उप निदेशक ज्योति प्रसाद ने वेबिनार को संबोधित किया तथा प्रधानाचार्य से अनुरोध किया कि आप स्वयं राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अध्ययन करें अध्ययन के पश्चात मनन करें और यदि आपको लगता है हमें इसके विभिन्न बिंदुओं पर सुझाव देने चाहिए तो आपके सुझाव आमंत्रित हैं।