डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
जनपद अमरोहा की नौगावां विधान सभा में उपचुनाव 3 नवंबर को होगा। जिले में पिछले विधान सभा चुनाव में जिलाधिकारी उमेश मिश्र और स्वीप प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक रामाज्ञा कुमार के निर्देशन में स्वीप समिति ने मतदान की अलख जगाई थी और रिकार्ड मतदान हुआ था। स्वीप समिति का सदस्य होने के नाते मेरे अनुरोध पर बेसिक शिक्षा परिषद के टीचर्स ने 3 नवंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर मतदान जागरूकता के लिए काव्य रचना के माध्यम से अलख जगाई है। पेश हैं टीचर्स की रचनाएंः
श्वेता सक्सेना, शिक्षिका
पूर्व मावि तिगरिया खादर, गजरौला।
मतदान है हमारा अधिकार
अब तो करना है स्वीकार,
मतदान हमारा है अधिकार,
जागरूक करना है लगातार,
उचित चुनाव से सपना होना है साकार,
नेता गर कर्मठ, सबसे बड़ा है उपहार,
विकास देश का कर बनाता नया आकार,
कोई युवा अब ना रहे बेरोजगार,
जन जन की बनेगी पुकार,
तो कर लो यह स्वीकार,
मतदान हमारा है अधिकार,
काका-काकी, दादा-दादी सब हो जाओ तैयार,
18 वर्ष से ऊपर आयु को है
मताधिकार,
मत सोचो भाइयों यह है उपकार,
कर्त्तव्य सोच करना है मतदान,
लोकतांत्रिक देश है हमारा महान।
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राधा अग्रवाल
ईएमपीएस रहरा
गंगेश्वरी।
नया आज संकल्प लें,
करें बुराई त्याग,
सबको देना है वोट,
लोकतन्त्र की मांग।
जागरूक होकर करो मतदाता मतदान,
राज्य धर्म निर्वाह को,
करिये यह शुभदान।
सब कामों को छोड़कर,
करना है यह काम।
एक दिवस मतदान का,
बाकी दिन आराम।
सबको प्रेरित कर चलो,
करना है मतदान।
मत के बल सरकार है,
लोकतन्त्र की शान।
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राजकुमार पाल एआरपी (अंग्रेजी)
धनौरा।
’कुंडलिया’
वोट हमेशा डालिए, यह मेरा अधिकार।
एक वोट की कमी से, गिर जाती सरकार।
गिर जाती सरकार, करो मत गड़बड़ झाला।
रह-रहकर पछताए, वोट काहे नहीं डाला।
कहत ’राज’ मत भूलिए, प्रजातंत्र की चोट।
सब कामन को छोड़िए, करिए जाकर वोट।।
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विवेक कुमार त्यागी
जिला महामंत्री
प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ अमरोहा।
मतदान बहुत जरूरी है।
मतदान है महादान।।
सबको करना है यह काम।
एकमत की कीमत का
जिस दिन तू ने समझ लिया।।
जाति धर्म के चक्कर में मुखिया बने जो बैठे हैं।
उन पर तुम सब बार करो
मतदान करो मतदान करो मतदान करो।।
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श्रीमती पंकज त्यागी
कंपोजिट विद्यालय
गजरौला।
देश हित में एक काम करो तुम।
मतदान करो तुम मतदान करो तुम।।
तुम्हारे एक मत से ही सत्ता आनी जानी है।
अपने एक मत की ताकत
कि स्वयं पहचान करो तुम।
मतदान करो मतदान करो तुम।।
मत भूलो मतदान ही लोकतंत्र का महापर्व है।
मतदान करो मतदान करो तुम।।
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सुनील कुमार चैहान
पूर्व मावि पीपली घोसी
अमरोहा।
सुन रे शेखू ,सुन रे टोनी
सुन री मीरा , सुन रे जॉनी..
मत करो अब मान,
चलो करें मतदान,
नहीं कोई अब छूटे..
छूटे जो मतदान ,
तो लोकतंत्र का स्तम्भ टूटे।
ये अधिकार हमारा है..
हम समझें इसको,
सत्ता की कुर्सी पर..
बैठा दें चाहें जिसको।
करें जो हम मतदान…
सोच समझकर,
तभी आयेंगे ईमानदार..
नेता चुनकर।
ईमानदार नेता जब होंगे..
तभी अपने सपने सच होंगे।