डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
आरटीआई एसोसिएशन एंड सोशल आर्गेनाईजेशन पंजीकृत की बैठक प्रदेश कार्यालय हसनपुर में हुई जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज कुमार वर्मा ने जन सूचना अधिकार के बारे में बताते हुए की कहा कि यह 12 अक्टूबर 2005 को लागू हुआ था। लागू होने के समय लोगो में बहुत उत्साह था किन्तु समय के साथ साथ लोगांे के उत्साह में गिरावट आई है।
अधिनियम को कमजोर करने का प्रयास
उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्तर पर भी इस अधिनियम को कमजोर करने का प्रयास किया गया। आरटीआई कार्यकर्ताओं के मनोबल को गिराने की कोशिश की गई, यहां तक की कुछ कार्यकर्ताओ की हत्या तक कर दी गई। दूसरी तरफ जन सूचना अधिकारी द्वारा या तो सूचना नहीं दी गई या भ्रामक सूचनाएं दी गई। 15 साल व्यतीत होने पर भी यह अधिकार अपनी मंसा से बहुत पीछे है।
राष्ट्रपति व राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज कुमार वर्मा द्वारा राष्ट्रपति को व प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह चैहान द्वारा राज्यपाल को संबंधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी हसनपुर के माध्यम से देकर मांग की गई कि आरटीआई को कमजोर करने वाले किसी राजनितिक अध्यादेश पर हस्ताक्षर ना करे। जन सूचना अधिकारी द्वारा सूचना ना दिए जाने पर उसके वेतन से कम से 3 माह व अधिकतम 12 माह का वेतन कटौती का प्रावधान हो। अपीलीय प्राधिकारी द्वारा सूचनाएं ना दिलाए जाने व उसके दोषी पाए जाने पर उसके भी वेतन से कटौती करने का प्रावधान हो। सूचना आयुक्तों के द्वारा अपील निस्तारण करने का समय 3 माह से 6 माह के अंदर हो।
कार्यकर्ताओं की सुरक्षा हो
आरटीआई की धारा 4 के प्रावधानों का संपूर्ण विभागों व मंत्रालयों में पूर्ण रूप से लागू किया जाए। कार्यकर्ता द्वारा सूचना मांगने में जन सूचना अधिकारी के किसी कृत्य से यदि कार्यकर्ता को हानि अथवा मृत्यु होने की संभावना हो तो संबंधित अधिकारी पर दंड डालने के अलावा आवेदक की सुरक्षा पुलिस अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर मौजूद रहे
इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव अरुण त्यागी, प्रदेश संरक्षक राजीव अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष वीर सिंह चैहान, प्रदेश प्रतिनिधि अलाउद्दीन सैफी, जिला अध्यक्ष नुसरत अली सैफी आदि ने विचार प्रकट किए तथा मितेंद्र सिंह को जिला अध्यक्ष नुसरत अली सैफी द्वारा सदस्य मनोनीत किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव भरतलाल प्रजापति, प्रदेश सचिव आमिर चैधरी, नसीम अली, जिला महासचिव सचिन गुप्ता, जिला सचिव इरशाद मलिक, इकबाल अली, अनीस अहमद, नबाब अली, तस्लीम अहमद, शकील सैफी, भगवान सहाय, रूपचंद सिंह चैहान आदि मौजूद रहे।