डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में निशुल्क बंटने वाले स्वेटरों की मद से 46 लाख रूपयों से अधिक की धनराशि बचाने की कवायद चल रही हैं।
यह खबर किसी घोटाले की नहीं बल्कि अधिकारियों की सूझबूझ और सजकता से जुड़ी एक सकारात्मक खबर है।
गौरतलब है कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को निशुल्क स्वेटरों का वितरण किया जाना है। एक बच्चे को एक स्वेटर दिया जाना है जिसके लिए शासन ने 200 रूपए की धनराशि मुकर्रर की है। इस बार स्वेटर खरीदने की व्यवस्था को बदल दिया गया है। जैम पोर्टल पर ई-बिड के माध्यम से स्वेटर वितरण के लिए फर्म का चयन किया गया है। इसके लिए डीएम उमेश मिश्र की अध्यक्षता में चयन समिति भी बनाई गई है। इस समिति के बीएसए सचिव हैं। इसके अलावा सीडीओ, डाइट प्राचार्य, जीएम जिला उद्योग केंद्र, सीटीओ और एओ बेसिक सदस्य हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि स्वेटरों के लिए जैम पोर्टल पर 47 फर्मों ने ई-बिड डाली। 9 फर्में तकनीकी परीक्षण में पास हुईं। इनमें से पांच ने स्वेटर का सैंपल चैक कराया।
इन पांचांे में से सबसे कम रेट 158.95 रूपए प्रति स्वेटर समिति ने पास किया। बीएसए ने बताया कि अमरोहा जिले में 1,14,274 छात्र-छात्राओं को स्वेटरों का वितरण कराना है। 200 रूपए प्रति स्वेटर के हिसाब से यह राशि 2,28,54,000 रूपए हुई। जबकि स्वेटरों की खरीद 1,81,63,853 रूपए में हो जाएगी। इस तरह 46,90,947 रूपए सरकारी धनराशि की बचत होगी।
गौरतलब है कि यह सब जिलाधिकारी उमेश मिश्र की सजगता और सूझबूझ का परिणाम है। उन्हें कम से कम धनराशि में बेहतर काम कराने में महारत हासिल है। जिसके लिए पिछले दिनों राज्यपाल ने उन्हें पुरस्कृत भी किया था।