डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
कला सांस्कृतिक परिषद संगीत विद्यालय में आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की पूर्व संगीत अध्यापिका श्रीमती नीता भटनागर ने कहा कि कलाएं जन्मजात होती है लेकिन प्रशिक्षण से कला को निखारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संगीत तनाव मुक्ति का सबसे बड़ा योग है।
उन्होंने सभी छात्र छात्राओं को अपने विषय में खुद को संगीत की बारीकियों के साथ मजबूत रहने की सीख दी, तथा निरंतर सुर साधना एवं रियाज करने पर बल दिया। संगीत कला को ईश्वर द्वारा प्राप्त उपहार के समान बताया हैं कहा कि संगीत एक ऐसी कला होती हैं जो हर किसी को प्राप्त नहीं हो पाती यदि किसी को इस कला का ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ हैं तो उसे अपनी संगीत साधना निरंतर करते रहना चाहिए।
इस अवसर पर केंद्र व्यवस्थापक तनिश कुमार गिरि, दीप कुमार, रजनी गोस्वामी, प्रमोद गोस्वामी, श्वेता आदि उपस्थित रहे ।