डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
आर्य समाज अमरोहा के 118 वें वार्षिकोत्सव के समापन पर वैदिक धर्म की पताका को विश्वभर में फहराने और वेदों के प्रचार प्रसार संग बच्चों को संस्कारवान बनाने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर पुलिस अफसरों और मीडियाकर्मियों को सम्मानित भी किया गया।
24 नवंबर को समापन समारोह के अवसर पर विश्व कल्याण यज्ञ एवं राष्ट्र रक्षा सम्मेलन का आयोजन आर्य समाज, अमरोहा के प्रांगण में स्थित भव्य यज्ञ शाला में सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान में रखते हुए किया गया।
श्रीमद दयानंद कन्या गुरुकुल महाविद्यालय शिखापुरम की ब्रहमचारिणियों के ब्रहम्त्व में यज्ञ संपन्न हुआ।
मुख्य यज्ञमान
राजनाथ गोयल/बाला गोयल, नत्थू सिंह आर्य/सुब्रदा देवी, सुरेश विरमानी/निर्मल विरमानी,अश्वनि खुराना/मधु खुराना, आर्येन्द्र आर्य/अमिता आर्या,सत्य प्रकाश खुराना/सुप्रिया खुराना,डॉ अशोक आर्य/डॉ बीना आर्या,मनोहर लाल आर्य/ चन्द्रकांता आर्या रहे।
राष्ट्र रक्षा सम्मेलन के मुख्य अतिथि गुरुकुल महाविद्यालय पूठ के अधिष्ठाता स्वामी अखिलानंद जी सरस्वती का नत्थू सिंह आर्य, विनय प्रकाश आर्य, राजनाथ गोयल, हेतराम सागर, आर्यन्द्र आर्य, सुरेश विरमानी, विनय त्यागी, अश्विनी खुराना द्वारा माल्यार्पण करके अभिनंदन किया गया।
पुलिस अफसरों व मीडिया कर्मियों का सम्मान
समारोह के अति विशिष्ट अतिथि रविंद्र सिंह प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अमरोहा, विशिष्ट अतिथि चैकी प्रभारी एसआई प्रमोद कुमार व उमेश कुमार का भी माल्यार्पण करके अभिनंदन किया गया। लाॅकडाउन में उल्लेखनीय सेवा के लिए इनको सम्मानित भी किया गया। साथ ही मीडिया कर्मियांे को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि रविन्द्र सिहं ने आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती के व्यक्तित्व और कृतित्व को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने सबके कल्याण की कामना की।
आर्य जगत के विख्यात पत्र आर्यवर्त केसरी के प्रबंध संपादक एवं जेएसहिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय अमरोहा के राजनीति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार आर्य ने कहा कि आर्य समाज एक ऐसी धारा है जो कि सार्वभौमिक है प्रत्येक क्षेत्र में आर्य समाज का प्रभाव है ।
संस्कारों की शिक्षा की जननी भारत
मुख्य अतिथि आर्य विद्वान सन्यासी स्वामी अखिलानन्द सरस्वती ने कहा कि यदि मोक्ष चाहते हो तो सांसारिक भोग को समाप्त कर दो। राष्ट्र रक्षा सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि चरित्र एवं संस्कारों की शिक्षा भारत में दी जाती है भारत की संस्कृति महान है। बच्चों का जन्म दिवस यज्ञ करके मनाएं पश्चिमी सभ्यता के कारण समाज में व्याभचार फैल रहा है इसका कड़ा विरोध होना चाहिए भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति अपनाने से राष्ट्र एकता कायम रह सकती है तभी राष्ट्र उन्नति की ओर अग्रसर हो सकेगा।
मन्त्री अभय आर्य ने उपस्थित आर्यजनांे के स्वास्थ्य एवं मंगलमय जीवन की कामना की। प्रधान नत्थू सिंह आर्य ने उपस्थित आर्यजनों का आभार प्रकट किया ।
इस मौके पर मौजूद रहे
मुख्य रूप से विनय प्रकाश आर्य, हेतराम सागर, ओमपाल आर्य, सलिल नाथ गोयल, दीपक अग्रवाल, राहुल कुमार, डाॅ. दीपक अग्रवाल, विनीत अग्रवाल, मनोज पंवार, प्रबल प्रभाकर, ओविश कुमार, दिनेश कुमार, डॉ. नवाब सिद्दीकी, दिनेश चंद रस्तोगी, विनय त्यागी, बाबूराम आर्य, कुंवर विनीत अग्रवाल, हरिओम अग्रवाल ,अंकुर अग्रवाल , रोहित गोयल, डाॅ. अनिल रायपुरिया, राजीव यादव, करन सिंह यादव, सुख्खन सिंह यादव, शकुुंतला आर्या, युक्ति आर्या, , सुनील कुमार, संजीव कुमार रुचिन अग्रवाल, तनुज गोयल, प्रवीण अग्रवाल, निखिल अग्रवाल, गौरव गोयल एडवोकेट, शशि प्रकाश, हदेशनरायन अग्रवाल, शरद अग्रवाल गुरुकुल पूठ से आचार्य दिनेश आदि आर्य जन उपस्थित रहे।