डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा जिले मंे बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बने चार शिक्षा मित्रांे समेत 10 की तैनाती पर ग्रहण लग गया है। शिक्षा मित्रों ने नौकरी संग स्नातक किया है जबकि अन्य टीचर्स के प्रमाण पत्रों में कमी हैं। इसीलिए फिलहाल इन्हें स्कूलों में ज्वाइन नहीं कराया गया है। इन सभी को प्रकरण सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेजा गया है।
अमरोहा जिले में बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत 31277 शिक्षकांे की भर्ती के सापेक्ष 349 नवीन अध्यापकों को चयनित किया गया है। इन्हें शासन के आदेशानुसार विद्यालय का आवंटन आॅनलाईन प्रेरणा पोर्टल से प्राप्त विद्यालयों की सूची के अनुसार 29 अक्टूबर को राजकीय इण्टर काॅलेज अमरोहा में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि 329 टीचर्स को पदस्थापना पत्र यानि स्कूलों का आवंटन पत्रए 5 नवंबर को संबंधित ब्लाक संसाधन केंद्रों से वितरित कराने की व्यवस्था की गई। इनमें से अधिकतर टीचर्स ने 5 नवंबर को ही आवंटित स्कूलों में ज्वाइन कर लिया है।
उन्होंने बताया कि चार शिक्षा मित्र ऐसे हैं जिन्होंने शिक्षा मित्र की नौकरी करते हुए स्नातक किया है। इन्हें स्कूलों में ज्वाइन कराने से रोक दिया गया हैं। जबकि 6 टीचर्स ऐसे हैं जिनके प्रमाण पत्रों में कमी हैं इसलिए इन्हें भी स्कूलों में ज्वाइन नहीं कराया गया है। ये सभी प्रकरण सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेज दिया गए हैं। जैसा वहां से आदेश मिलेगा, उसके अनुसार कार्य किया जाएगा।
जाति प्रमाण पत्र पति का होेने पर रूकी तैनाती
एक शिक्षिका का जाति प्रमाण पत्र उसके पति के नाम से जारी होने पर उसकी तैनाती रोक दी गई। जबकि जाति प्रमाण पत्र पिता के नाम से बनता है। 5 नवंबर को शिक्षिका पिता के नाम का जाति प्रमाण पत्र लेकर बीएसए के समक्ष उपस्थित हुई। बीएसए ने इस प्रकरण को भी सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को भेज दिया है।