डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
पीसीएस अफसर होने के दायित्व को बखूबी निभा रहे अमरोहा जिला मुख्यालाय के डिप्टी कलेक्टर मांगेराम चैहान पर्यावरण प्रेमी बन गए हैं। वह हर मौके पर पौधारोपण कराना और लोगों को पेड़ों के संरक्षण का संकल्प दिलाना नहीं भूलते हैं। इकलौते बेटे अभिषेक की शादी में भी उन्होंने दहेज में दो पौधे लेकर उनका रोपण कराकर मिसाल पेश की। उनका यह कार्य चर्चा का विषय बना हुआ है और हकीकत में सराहनीय है।
जिला अमरोहा की तहसील धनौरा व नौगावां सादात में एसडीएम रहने के बाद इन दिनों मांगेराम चैहान जिला मुख्यालय पर डिप्टी कलेक्टर हैं। अगर यह कहा जाए कि उन पर पौधारोपण और पेड़ों के संरक्षण का जुनून सवार है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। वह उनसे मिलने आने वाले हर व्यक्ति को पौधारोपण व पेड़ों के संरक्षण को प्रेरित करते हैं।
मूल रूप से शामली के गांव जसाला निवासी मांगेराम चैहान ने अपने इकलौते बेेटे अभिषेक का विवाह गांव बिस्वा खेड़ा निवासी अधिवक्ता संजीव कुमार राठी की बेटी साक्षी राठी से किया। उन्होंने दहेज लेने ने मना कर दिया। शगुन के तौर पर दो पौधों की मांग की। इस पर सभी को बहुत आश्चर्य हुआ लेकिन उनके समझाने पर सभी सहमत हो गए। शादी के बाद वर-वधू ने पहले गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में पौधारोपण किया और उसके बाद बाकी रस्मों को पूरा किया। उनका यह कार्य चर्चा का विषय बना हुआ।
डिप्टी कलेक्टर मांगेराम का विचार
डिप्टी कलेक्टर मांगेराम चैहान का कहना है कि ईश्वर उनकी आवश्यकताओं को पूर्ण कर रहा हैैै। अतः उन्हें कोई लालच नहीं है। बेटे की शादी में दहेज के स्थान पर वृक्षारोपण का उद्देश्य इस पृथ्वी को रहने के लिए और बेहतर बनाना है। दहेज लेना अपराध है अतः दहेज लेने से सभी को बचना चाहिए।