डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
कथनी मीठी खांॅड सी, करनी विष की तोय। कथनी तजि करनी करै, विष से अमृत होय। कबीर दास के इस दोहे को अमरोहा के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर चरितार्थ कर रहे हैं। उन्होंने अमरोहा ब्लाक के गांव में मोहल्ला पाठशाला में बच्चों को पढ़ाकर टीचर्स को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
कोरोना के कारण छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल बंद चल रहे हैं। हालांकि स्कूलों मंे टीचर्स नियमित जा रहे हैं और आनलाइन बच्चों को पढ़ा रहे हैं लेकिन हर किसी बच्चे के पास स्मार्टफोन नहीं हैं। ऐसे में आनलाइन क्लास सफल नहीं हो रही हैं।
इसीलिए अब मोहल्ला पाठशाला का शुभांरभ किया गया है। 8 जनवरी को बीएसए चंद्रशेखर ने अमरोहा ब्लाक के गांव याहियापुर में मोहल्ला पाठशाला में पढ़ाया। उन्होंने बच्चों में भाषा कौशल के विकास के लिए मुगली प्ले बैक को प्रचारित करने पर बल दिया। बच्चों से बोर्ड पर लिखवाकर और पढ़वाकर भी देखा।
मिशन प्रेरणा के तहत आयोजित मोहल्ला पाठशाला में गांव के 50 बच्चों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते ं प्रतिभाग किया। इसकी ग्रामीणों एवं प्रबुद्धजनों ने सराहाना की। खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार, संविलियन विद्यालय याहियापुर स्टाफ, प्रधान लिपिक अवनीश कुमार, स्टेनो योगेंद्र सिंह आदि ने सहयोग किया।
बीएसए चंद्रशेखर ने बताया कि सभी टीचर्स को मोहल्ला पाठशाला में जाकर बच्चांे को पढ़ाना और अभिभावकोें को भी मिशन प्रेरणा में सहयोग के लिए प्रेरित करना है। जिससे हम जिले को प्रेरक जनपद बना सकें।