डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
पर्यावरण प्रेमी पीसीएस अफसर मांगेराम चैहान के धनौरा का एक बार फिर उपजिलाधिकारी बनाए जाने पर आमजन में खुशी की लहर दौड़ गई। हर किसी को अहसास हुआ कि तहसील में बैठा सबसे बड़ा अफसर उनका अपना ही है। इस अहसास को उपजिलाधिकारी मांगेराम चैहान ने यह कह कर चरितार्थ कर दिया कि चिंता मत करो समस्याओं के समाधान के लिए हम है ना। अगर किसी को परिवार में भी कोई समस्या है तो उसका भी समाधान करने का प्रयास किया जाएगा। हकीकत में विरले ही होते हैं ऐसे अफसर।
जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट में 30 अगस्त 2018 को पीसीएस अफसर मांगेराम चैहान ने ज्वाइन किया था। फरवरी 2019 में उन्हें नौगावां सादात का उपजिलाधिकारी बनाया गया और अक्टूबर 2019 को उन्हें धनौरा को उपजिलाधिकारी नियुक्त किया गया। गंगा मेला के बाद उन्हेें जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट में अपर उप जिलाधिकारी बनाया गया। 28 जनवरी को जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने उन्हेें धनौरा का उपजिलाधिकारी तैनात कर दिया। उन्होंने शाम को पहुंचकर धनौरा कार्यभार ग्रहण किया और उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया।
पर्यावरण प्रेमी मांगेराम चैहान का पेड़ों के प्रति लगाव इतना है कि वह हर शुभ कार्य वृक्षारोपण करके ही करते हैं और कराते हैं। उन्होंने अपने बेटे की शादी में भी वृक्षारोपण कराया था। लिहाजा धनौरा तहसील में भी उन्होंने चार्ज लेते ही जामुन और अर्जुन के वृक्षों का रोपण किया। पेड़ों का महत्व समझाते हुए सभी को वृक्षारोपण और वृक्ष संरक्षण की शपथ दिलाई।
उन्होंने बताया कि आमजन की समस्याओं का समाधान उनकी प्राथमिकता है। वह समस्याओं के सामधान को हर वक्त तैयार हैं। उन्होंने बताया कि 151 सीआरपीसी के तहत गिरफ्तार अभियुक्त को जमानत पर पांच वृक्ष और दोनों जमानती को एक-एक वृक्ष लगाकर उनके संरक्षण की शपथ लेनी होगी।
इसके अलावा उनसे मिलने आने वाले हर व्यक्ति को वृक्षारोपण एवं वृक्ष संरक्षण की शपथ लेनी होगी। उन्होेंने बताया कि प्रकृति के सलामती के लिए वृक्षारोपण एवं वृक्षों का संरक्षण आज की जरूरत है। प्रकृति से ही हमारा जीवन जुड़ा है। प्रकृति स्वस्थ तभी मानव स्वस्थ रह सकेगा।