डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
आर्य समाज, अमरोहा की यज्ञशाला में विश्व कल्याण के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए आर्यजनों की उपस्थिति में वैदिक यज्ञ अनुष्ठान सम्पन्न हुआ। इस मौके पर संत रविदास की महिमा को इंगित करते हुए कहा गया कि उन्होंने समानता और सद्भावना का संदेश दिया।
यज्ञ मुम्बई से पधारे आर्य जगत के सुप्रसिद्ध विद्वान चैतन्य गिरी जी के ब्रह्मत्व में संपन्न हुआ। जिसमें ईश्वर से समाज में सुख,शान्ति,समृद्धि, स्वास्थ्य, दीर्घायु, यश,वैभव एवं पर्यावरण की शुद्धि की कामना की गई ।
मुख्य यज्ञमान रहे
मुख्य यज्ञमान डाॅ. अनिल रायपुरिया, नत्थू सिंह आर्य, हरिओम अग्रवाल, सुभाष दुआ, डाॅ. जगत सिंह रहे। मनोहर लाल आर्य, द्वारा ईश भक्ति भजन प्रस्तुत किया सृष्टि से पहले अमर ओ३म् नाम था, आज भी है और कल भी रहेगा।
इस अवसर पर महर्षि दयानन्द द्वारा रचित अमर ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश का पाठन हेतराम सागर,आर्य समाज के नियम दिनेश चन्द्र रस्तोगी,एवं सगंठन सूत्र संजीव कुमार रस्तोगी द्वारा प्रस्तुत किए गए।
संत रविदास की शिक्षाओं पर रोशनी
आर्य समाज के मन्त्री अभय आर्य ने संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती के अवसर पर बोलते हुए कहा रविदास जी महान समाज सुधारक, ईश्वर भक्त, जाति पाति के घोर विरोधी थे । उनमें सांप्रदायिक सद्भाव की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। हिंदू तथा मुसलमान में भेद नहीं करते थे। उन्होंने ऐसे राज्य की कल्पना की थी जिसमें सभी सुखी रहें तथा कोई भी भूखा ना रहे, सभी को अन्न मिले ।
आर्य समाज के संरक्षक हेतराम सागर ने कहा संत रविदास जी ने सदियों पहले समानता, सद्भावना और करुणा पर जो संदेश दिए वह देशवासियों को युगों युगों तक प्रेरित करने वाले हैं उनकी जयंती पर उन्हें सादर नमन।
मौजूद रहे
इस मौके पर प्रधान नत्थू सिंह आर्य, सुभाष दुआ, हरिओम अग्रवाल, करन सिंह यादव, अंकुर अग्रवाल, राजीव यादव, यशवंत सिहं, रोहित गोयल, सुनील कुमार, राजीव कुमार, सुख्खन सिहं यादव, देवेन्द्र सिंह, डाॅ जगत सिंह, संजीव कुमार रस्तोगी, देशराज खुराना, शिवम रस्तोगी आदि आर्य जन उपस्थित रहे।