डाॅ. दीपक अग्रवाल
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
उप्र शिक्षक महासंघ, जनपद अमरोहा के अध्यक्ष यशपाल सिंह एवं संयोजक डॉ. जीपी सिंह’ ने संयुक्त रूप से कहा कि शिक्षा अधिकरण वास्तव में शिक्षकों के लिए डेथ वारंट है।
8 मार्च को विधेयक की प्रतियां जलाकर विरोध
उन्होंने कहा कि संघर्ष की शुरुआत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की एक मार्च को लखनऊ में हुई बैठक में उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 पर चर्चा करते हुए विधेयक को शिक्षक व कर्मचारी विरोधी करार दिया गया है। बैठक में 8 मार्च दिन सोमवार को अपरान्ह 3.30 बजे उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के सभी घटक संगठन जिला मुख्यालय, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर एकत्रित होकर इस अधिकरण विधेयक की प्रतियां जलाकर अपना विरोध प्रदर्शित करेंगे।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोध प्रदर्शन का बड़ा महत्व है यदि हम मौन रह जाएंगे तो सरकारी तंत्र इसे मौन स्वीकृति समझेगा अपने अधिकारों के लिए, अपने भविष्य की रक्षा के लिए उठ खड़ा होना आवश्यक है और अपने मत से सरकार को अवगत कराना जरूरी है। इसका संगठन के स्तर से पुरजोर विरोध किया जाएगा। क्योंकि इस अधिनियम के लागू होने के बाद किसी भी मामले में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को न्याय मिलना असम्भव हो जाएगा। इसलिए सभी 8 मार्च दिन सोमवार को अपरान्ह 3.30 बजे जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय’ पर एकत्रित होकर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 की प्रतियां जलाने हेतु कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लें।