डाॅ. दीपक अग्रवाल की विशेष वार्ता
अमरोहा/उत्तर प्रदेश (सनशाइन न्यूज)
अमरोहा जिले के जोया ब्लाक में खंड शिक्षा अधिकारी बनी आयशा बी करीब साढ़े चार साल बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका रहीं हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी परिषदीय स्कूल से ही पूर्ण की थीं। यही वजह है कि वह परिषदीय स्कूल के छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं की समस्या से भलीभांति परिचित हैं। अब अधिकारी बनने वह उन कमियों को दूर करने का प्रयास करेंगी, जिनका उन्होंने सामना किया है।
जोया के नारंगपुर स्थित बीईओ कार्यालय में सनशाइन न्यूज के एडिटर डाॅ. दीपक अग्रवाल ने उनसे वार्ता की। पेश हैं वार्ता के प्रमुख अंशः
परिषदीय स्कूल से की पढ़ाई
आयशा का जन्म जनपद रामपुर के गांव चमरव्वा में हुआ। उन्होंने बताया कि उनके पिता सिद्दीक अहमद बदायूं में बीईओ के पद पर सेवारत हैं और मां महरूनिशां गृहणी हैं। उन्होंने कक्षा 8 तक की शिक्षा गांव के ही परिषदीय स्कूल से प्राप्त की। हाईस्कूल नेशनल पब्लिक स्कूल से और इंटर विद्या मंदिर गल्र्स इंटर कालेज रामपुर से किया। राजकीय महिला महाविद्यालय रामपुर से बीए और एमए अंग्रेजी में किया। अमरोहा के नायाब अब्बासी गल्र्स डिग्री कालेज से बीएड और टीएमयू से बीटीसी की।
2016 में आयशा शिक्षिका बनीं
उन्होंने बताया कि चार जुलाई 2016 को वह मुरादाबाद के मूंढापांडे ब्लाक में प्राथमिक विद्यालय सहरिया में सहायक अध्यापिका नियुक्त हुईं। इसके बाद जुलाई 2020 को अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय सिहोराबाजे में सहायक अध्यापिका बनीं।
शिक्षण के साथ-साथ वह पीसीएस समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मंे जुटी रहीं। उन्होंने छह माह का अवैतनिक अवकाश लेकर परीक्षा की तैयारी की और उन्हें बीईओ की परीक्षा में सफलता मिली। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि वह पीसीएस की तैयारी कर रही हैं।
16 मार्च 2021 को बीईओ पद पर ज्वाइन किया
16 मार्च 2021 को उन्होंने अमरोहा में बीएसए कार्यालय में बतौर बीईओ ज्वाइन किया। वहां से बीएसए चंद्रशेखर ने उन्हें जोया के बीईओ के पद पर नियुक्त किया। आयशा ने 17 मार्च को जोया में बीईओ के पद पर ज्वाइन किया है।
उन्होंने बताया कि उनकी एक बहन गुलेरुख्सार रामपुर में परिषदीय स्कूल में शिक्षिका हैं। दूसरी बहन शहज बी दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए भूगोल आनर्स, एक भाई मोहम्मद जावेद दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी में पीएचडी और दूसरे भाई मोहम्मद नावेद जवाहर नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से एमए भूगोल में अध्ययनरत हैं। आयशा के पति फुरकान हुसैन मुरादाबाद में वकील हैं।
बीईओ आयशा ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में सबसे बड़ी समस्या छात्र और छात्राओं का नियमित स्कूल न आना है। आजकल तो कोरोना के कारण बच्चों का अवकाश चल रहा है। लेकिन इसके बाद अभिभावाकों को बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जरूरत के मुताबिक स्कूलांे की दशा में भी सुधार भी कराया जाएगा।